शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के बाद अब भोपाल के कोचिंग क्लासेस संचालकों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कोचिंग संचालकों की मांग है कि पिछले डेढ़ साल से कोचिंग बंद है, अब कोविड की लहर भी कम हो गई है, इसलिए कोचिंग संस्थान खुलने चाहिए.
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कोचिंग संचालकों का कहना है कि दूसरे प्रदेशों में जहां एमपी से ज्यादा कोरोना के केस थे, वहीं कोचिंग खोलने के आदेश भी जारी हो गए हैं. संचालकों का ये भी कहना है कि हम लोग फीस भी नहीं बढ़ाएंगे. साथ ही जिन बच्चे के माता पिता की कोविड के कारण मौत हुई है, उनकों फ्री कोचिंग भी दी जाएगी.
आपको बता दें कि भोपाल में एक हजार के करीब कोचिंग क्लासेस हैं, जहां पर एक महीने का 10 करोड़ के आसपास का बिजनेस होता है. इसका 18 फीसदी सरकार को जाता है. कोचिंग क्लास बंद होने से सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है. वहीं कोचिंग संचालक ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार 15 जुलाई तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो, वो मजबूरन आंदोलन करेंगे. हालांकि 15 जुलाई को प्रदेश में कोरोना की नई गाइडलाइन आने वाली है. जिसमें और राहत मिलने के अनुमान जताया जा रहा है, क्योंकि कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं.
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