प्रतीक चौहान. रायपुर.  मरीजों को समय पर हॉस्पिटल में भर्ती कराकर उन्हें नया जीवन देने में मदद करने वाली 108 संजीवनी एक्सप्रेस ( Sanjeevni Express) के पहिये राजधानी रायपुर में थम सकते है. ऐसा इसलिए क्योंकि 108 का संचालन करने वाले प्रबंधन पर स्टॉफ ने गंभीर आरोप लगाए है और इसके लिए वे एंबुलेंस सेवाएं बंद कर अपने ही दफ्तर के घेराव की तैयारी में है.

108 संजीवनी एक्सप्रेस (Sanjeevni Express) में अपनी सेवाएं देने वाले कर्मचारियों ने लल्लूराम डॉट कॉम से उनके हक उठाने की मांग की है. स्टॉफ का कहना है कि प्रबंधन 3 महीने रोजाना 12-12 घंटे काम कराने के बाद उन्हें सैलरी नहीं देता है और सैलरी आती भी है तो 1 महीने की.

स्टॉफ ने दावा किया कि पिछले 3 महीनों से उन्हें सैलरी नहीं मिली है. जिसके कारण उन्हें अपना घर चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

स्टॉफ ने ये भी दावा किया कि कंपनी ज्वाईनिंग लेटर में सैलरी (Salary) कुछ और दर्शाकर अकाउंट में सैलरी कम डालती है. नियम विरूद्ध 12 घंटे काम करवाने के बाद उन्हें महज 7-11 हजार रुपए तक की ही सैलरी मिल रही है.

12-12 घंटे लिया जा रहा है काम

श्रम कानून के नियमों के मुताबिक कर्मचारियों से 8 घंटे तक का ही काम लिए जाने का प्रावधान है. लेकिन 108 संजीवनी एक्सप्रेस प्रबंधन कर्मचारियों से 12-12 घंटे का काम ले रही है. सुबह 8 बजे कर्मचारियों के रिपोर्टिंग का समय होता है और उन्हें रात 8 बजे छुट्टी मिलती है. अब हैरानी की बात ये है कि क्या स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेंडर शर्तोंमें भी यही नियम है कि विभाग के अधिकारियों से साठ-गाठ कर कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है ? और बेरोजगारी के डर कर्मचारी शोषण का शिकार हो रहे है.

यदि आप भी  ऐसे ही किसी प्रकार के शोषण का शिकार हो रहे हो तो हमें 9329111133 पर फोन कर अपनी पीड़ा जरूर बताएं. आपका नाम गोपनीय रखते हुए आपकी मांग प्रशासन तक पहुंचाने में लल्लूराम डॉट कॉम आपकी पूरी मदद करेगा.