लखनऊ। आप सोचना पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या मां भी कभी इतनी निर्दयी हो सकती है. लेकिन ऐसा ही हादसा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज मंडल में हुआ, जहां एक मां ने अपने एक साल के बच्चे को चलती ट्रेन से फेंक दिया. बच्चों को बचाने के लिए पिता भी चलती ट्रेन से कूद गया. गनीमत रही कि ट्रेन से नीचे फेंके जाने पर पर बच्चे को ज्यादा चोट नहीं आई.
ये दिल दहलाने वाली घटना यमुनापार के छिवकी जंक्शन पर हुई. गुरुवार सुबह 7.43 बजे जनता एक्सप्रेस मुंबई की तरफ जा रही थी, जिसमें शिवम सिंह अपनी पत्नी अंशु सिंह और एक साल के मासूम को लेकर चुनार से मुंबई जा रहे थे. सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाला शिवम सिंह कोरोना के दौरान घर आने के बाद नौकरे के लिए वापस मुम्बई जा रहा था.
ट्रेन में बच्चा बार-बार रो रहा था. शिवम ने पत्नी से बच्चे को चुप कराने के लिए दूध पिलाने के लिए कहा. इस पर विवाद बढ़ता गया और गुस्से में आकर मां ने मासूम को अचानक चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया. बच्चे को फेंकते देख बचाने के लिए पिता भी ट्रेन से नीचे कूद ा और दौड़कर बच्चे को उठा लिया. ट्रेन की रफ्तार बहुत अधिक नहीं होने की वजह से बच्चे को ज्यादा चोट नहीं आई.
इसे भी पढ़ें : आखिरकार सिद्धू और अमरिंदर की हुई मुलाकात, जानिए किसके कॉल पर माने कैप्टन…
इस दौरान मौजूद आरपीएफ और जीआरपी ने पिता के साथ उसके बच्चे को नजदीक के अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने बच्चे का प्राथमिक उपचार किया. इस वक्त बच्चे की हालत खतरे से बाहर है. बताया जा रहा बच्चे की मां दिमागी हालत ठीक नहीं होने की वजह से ऐसी घटना को अंजाम दिया. बहरहाल, आरपीएफ ने पारिवारिक मामला होने की वजह से केस दर्ज नहीं किया है.
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक