रायगढ़। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में बारिश अपना कहर बरपा रहा है. बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अकेले रायगढ़ जिले में भूस्खलन और बाढ़ से 36 लोगों की मौत हो गई है. इसमें से 32 लोग तलाई से और सखार सुतार वाड़ी से 4 लोगों की जान गई. अभी 70 से ज्यादा लोग लापता है और 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है.

महाड में सावित्री नदी खतरे के निशान से ऊपर बहकर सब कुछ डुबा रही है. महाड और खेड में NDRF और कोस्टगार्ड की मदद ली जा रही थी. अब बचाव के लिए नौसेना की टीम भी मदद कर रही है. महाड से थोड़ा पहले दासगांव, टोल नाके के पास नौसेना की टीम अपने साथ लाए बोट पानी में उतारकर मदद कर रही है. इसके आगे सड़क पर भी पानी भरा है.

रायगढ़ कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि जिले में भूस्खलन से कुल 36 लोगों की मौत हुई. इनमें तलाई इलाके में 32 और सखार सुतार वाड़ी में 4 लोगों की जान चली गई. वहीं 70 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं. 15 लोगों को बचाया गया है, जबकि 30 से ज्यादा लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं. मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.

बता दें कि तेज बारिश के कारण कई स्‍थानों पर मकान गिर गए है. भूस्खलन या मकान ढहने की घटनाओं में ही सबसे अधिक मौतें हुई हैं. लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा कोस्ट गार्ड की भी मदद ली जा रही है. नौसेना को भी मदद के लिए तैयार रहने को कहा गया है. वीरवार को समुद्र तट से लगे कोकण क्षेत्र, पश्चिम महाराष्ट्र का कोल्हापुर, पुणे, मुंबई के निकट कल्याण, पालघर व नासिक आदि क्षेत्रों में भयंकर बारिश हुई है.

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