सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में रविवार को कोरोना वायरस के केस में बढ़ोत्तरी देखने को मिली. ऐसे में दूसरे राज्य के यात्री मुसीबत बढ़ा सकते हैं. इसकी चेतावनी एक बार फिर राजधानी रायपुर से मिला है. ताकि समय रहते बॉर्डर में चौकसी बढ़ाई जा सके. रायपुर में प्रतिदिन औसतन 7-8 मरीज़ मिल रहे थे, लेकिन अचानक रविवार को 40 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. इसे लोग तीसरी लहर की चेतावनी के रूप में देखने लगे है.

दरअसल अचानक कोरोना मरीज़ों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने फिर से कमर कस ली है. इन मरीजों की हिस्ट्री खंगालने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया गया, तो पता चला कि 40 मरीजों में से 25 मरीज यात्री है, जो दूसरे राज्यों से प्रदेश वापस लौटे हैं. जिनका सैंपल एयरपोर्ट प्रबंधन ने नहीं लिया.

चिंता की बात यह है कि बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन में शर्तों के अधीन दी गई छूट में बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. इन दोनों माध्यमों से हजारों लोगों की यात्रा करते हैं. यहीं हो रही चूक घातक साबित हो सकता है. इसलिए अब दोबारा संदिग्ध मामला लगने पर कोरोना सैंपल लेने की जरूरत है. प्रशासन को बंदिशों पर ध्यान देना होगा.

नगर निगम के उपायुक्त पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि कल अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने से जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. जितना ज़्यादा हो सके टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके मद्देनज़र पर्यटन स्थल जैसे तेलीबांधा और बूढ़ा तालाब में कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. साथ ही बाजारों में भी टीम तैनात कर दी गई है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में रविवार को कोरोना वायरस के 214 नए मरीजों की पहचान हुई थी. दुर्ग जिले में 70, रायपुर में 39, बिलासपुर में 19, जांजगीर में 12, रायगढ़ में 9, कांकेर में 8 और बस्तर में 7 कोरोना मरीज मिले थे. एकाएक कोरोना मरीजों की बढ़ोत्तरी हुई थी. कहीं बंदिशों में छूट कोरोना की तीसरी लहर को न्योता न दे दें.

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