रजनी मैथिली,रायपुर।  वैसे तो राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में प्री और मेन्स क्लियर कर पाना ही काफी मुश्किल होता है, और उसके बाद इंटरव्यू और भी मुश्किल, क्योंकि साक्षात्कार में पैनल को प्रभावित कर पाना एक टेढी खीर है. इस दौरान पैनल द्वारा कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं, अजीबो-गरीब सवाल होते हैं, किताबी दुनिया से बिल्कुल बाहर के सवाल. इसके पीछे  मकसद ना सिर्फ कैंडिडेट्स का ज्ञान परखना होता है, बल्कि प्रशासनिक क्षमता का अवलोकन करना भी है. छत्तीसगढ से पहले और दूसरे स्थान पर रहीं अर्चना पाण्डेय और दिव्या वैष्णव के टॉपर बनने में साक्षात्कार में उनसे पूछे गए सवाल और उसके जवाब खास रहे.

हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन से सवाल थे जिनके जवाब देकर अर्चना और दिव्या पैनल को इंप्रेस करने में सफल रहीं. जिसने आज इन दोनों को ही टॉपर के मुकाम तक पहुंचाया है. अर्चना से जहां तीन तलाक पर सवाल पूछा गया था, वहीं दिव्या से गवरर्मेंट सर्वेंट और गवरर्मेंट अॉफिसर में फर्क पुछा गया.

तीन तलाक वाले सवाल पर अर्चना ने ना सिर्फ पूरी जानकारी दी, बल्कि साथ ही मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर बिल लाना कितना अहम है, इस पर भी काफी सधा हुआ जवाब दिया. जवाब से  सुन इंटरव्यू ले रहे अधिकारी हतप्रभ रह गए. जवाब, लाजवाब रहा और अर्चना पीएससी की टॉपर बन गई.

इसी तरह से दिव्या से जब गवरर्मेंट सर्वेंट और गवरर्मेंट अॉफिसर में अंतर पूछा गया तो, दिव्या को अपने पहले जॉब की ट्रेनिंग के समय का अनुभव याद आ गया जब उन्हें यही बताया गया था कि कब किन परिस्थितयों में गवरर्मेंट अॉफिसर की भुमिका निभानी है और किन परिस्थतियों में गवरर्मेंट सरर्वेंट की तरह काम करना है. और दिव्या के सटीक जवाब से पैनल भी काफी इंप्रेस हुए. इस दिव्या टॉपरों की सूची में दूसरा स्थान पाने में कामयाब रही.