नासिर बेलिम, उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में चले रहे विस्तारीकरण के दौरान हो रही खुदाई में मंगलवार को एक विशाल शिवलिंग निकली है. मंदिर प्रशासन ने खुदाई स्थल को सुरक्षित कर पुरात्तव विभाग को सूचना दी. जानकारी के मुताबिक बारिश के चलते दो दिनों से खुदाई का काम बंद था, लगातार पानी गिरने से मिट्टी धंस गई. जिससे शिवलिंग दिखाई देने लगा.
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दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजनांतर्गत मंदिर के आगे वाले भाग में खुदाई के दौरान 11वीं शताब्दी के मंदिर के पुरावशेष निकल रहे हैं. इसमें मंदिर का प्लेटफार्म, गणेश प्रतिमा, शुंग व कुषाण काल में निर्मित मिट्टी के बर्तन के साथ ही ब्लैक बेसाल्ट से बना विशाल परिक्रमा पथ तक निकला है. यहां पर पुरातत्ववेत्ताओं ने एक पूरा मंदिर निकलने की बात कही है. आशंका जताई जा रही है कि मन्दिर को उस समय मुस्लिम आक्रांता इल्तुमिश ने ध्वस्त किया था. मंगलवार को एक शिवलिंग निकला है, जो बहुत ही अदभुत है.
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पुरातत्व विभाग के शोध अधिकारी के अनुसार शिवलिंग को सबसे पहले मजदूरों ने देखा. जिसके बाद उन्हें इसकी सूचना दी. जब मिट्टी हटवाई तो वहां पर विशाल जलाधारी के अंदर करीब 2 फीट का शिवलिंग दिखाई दिया. शिवलिंग की जलाधारी उंचाई में इतनी बड़ी है कि उसके अंदर शिवलिंग पूरा समाहित है. अनुमान लगाया जा रहा है कि शिवलिंग 9वीं शताब्दी का दिख रहा है. हालांकि महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से ये विषय अलग है. उसकी जलाधारी उत्तर मुखी है.
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