उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैने में महाकालेश्वर मंदिर के ऊपरी तल पर बने नागचंदेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद गुरुवार-शुक्रवार की आधी 12 बजे खुलेंगे. साल में केवल एक बार नागपंचमी पर खुलने वाले मंदिर में विराजित भगवान नागचंद्रेश्वर की परंपरागत पूजा केवल महानिर्वाणी अखाड़े के साधु-संतों करेंगे. कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शनआनलाइन होंगे. नागपंचमी के दिन भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए प्री-बुकिंग जरूरी होगी.

कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति आशीष सिंह ने इस संबंध में बताया कि यह निर्णय श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज एवं श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की सहमति से लिया गया है. नागपंचमी के दिन परम्परागत शासकीय पूजन यथावत रहेगा.  नागपंचमी के दिन भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन भी प्रीबुकिंग से ही होंगे. ऐसे में नागपंचमी पर्व के अवसर पर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थी प्रीबुकिंग करवा कर ही दर्शन के लिए आएं.

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बता दें कि नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की परंपरा है. त्रिकाल अर्थात तीन अलग-अलग समय पर होने वाली पूजा. प्रथम पूजा 12-13 अगस्त की मध्य रात्रि 12 बजे पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा की जाएगी. दूसरी पूजा 13 अगस्त को दोपहर 12 बजे शासन की ओर से अधिकारियों द्वारा की जाएगी. तीसरी पूजा 13 अगस्त को शाम 7.30 बजे भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति की ओर से महाकाल मंदिर के पुजारी करेंगे. 13 अगस्त की रात 12 बजे आरती के पश्चात मंदिर के पट फिर से एक वर्ष के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

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नागपंचमी पर भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्त मेगा स्क्रीन पर भगवान नागचंद्रेश्वर के भी दर्शन कर सकेंगे. मंदिर प्रबंध समिति द्वारा हरसिद्धि चौराहा, कार्तिकेय मंडप, चारधाम मंदिर, फैसिलिटी सेंटर आदि स्थानों पर मेगा स्क्रीन होगी. चारधाम मंदिर के समान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निशुल्क जूता चप्पल स्टैंड, क्लाक रूम की सुविधा उपलब्ध रहेगी. बड़े गणेश मंदिर के पास निशुल्क अन्न क्षेत्र में भक्त प्रसादी ग्रहण कर सकते हैं. दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निशुल्क व्हीलचेयर सुविधा उपलब्ध रहेगी.

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