सत्यपाल राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ कई इलाकों के किसानों को अब खेतों को लेकर चिंता सताने लगी है. बारिश नहीं होने पर अकाल की आशंका जताई जा रही है. छत्तीसगढ़ के किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें नजर आ रही है. किसानों का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो स्थिति और भी खराब हो जाएगी. पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी. किसानों ने lalluram.com से अल्प वर्षा को चिंता जताई है.

किसान नेता पारसनाथ साहू lalluram.com से बातचीत में कहा कि अल्प वर्षा ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. मैं स्वयं किसान हूं. लगभग फ़सल चौपट होने के कगार पर है, किसान एक बार फिर कर्ज़ में डूबे इससे पहले सरकार को सूखा घोषित करते हुए मुआवज़े का प्रावधान करने की ज़रूरत है, ताकि किसानों के घर में चूल्हा जल सके.

इसे भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में अकाल की आहट : खेत सूखने से गहराया संकट, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें, मौसम वैज्ञानिक ने भी दी चेतावनी…

साथ ही किसान ने कहा कि अगर आगे चल के बारिश भी होती है, तो अभी जो फ़सल नुक़सान हो चुके हैं, उसमें फसल नहीं हो सकता, लेकिन थोड़ा सहारा ज़रूर होगा. इसलिए जितना जल्दी हो सके डैम से पानी छोड़कर किसानों को राहत पहुंचाने की ज़रूरत है, क्योंकि पंप से धरती की प्यास नहीं बुझ रही.

अल्प वर्षा से लगभग दो दर्जन ज़ीका प्रभावित हैं. किसान ने कहा कि इस साल 25-35 प्रतिशत बारिश कम हुई है. ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि हर कई किसान ऐसे हैं, जिनके पास पम्प नहीं है. वर्षा पर आधारित अधिकतर फ़सल उगाते हैं. खेतों में दरारें पड़ गई हैं. कुछ खेत सूख गए हैं, तो कुछ सूखने के कगार में है. ऐसे में सरकार को अकाल घोषित करते हुए मुआवज़े का प्रावधान जल्द से जल्द करना चाहिए.

Read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea…

दुनियाभर की कोरोना अपडेट देखने के लिए करें क्लिक