मुजफ्फनगर. किसानों ने रविवार को BJP विधायक विक्रम सिंह की कार का घेराव किया. भाजपा विधायक जब मीरापुर दलपत गांव बैठक में शामिल होने आए तो भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने ‘‘विक्रम सिंह वापस जाओ’’ जैसे नारे लगाए और उन्हें काले झंडे दिखाए.

किसान नेता जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. बाद में खतौली से BJP विधायक सिंह को सुरक्षा के लिए जानसठ पुलिस थाने में ले जाया गया. बता दें कि 14 अगस्त को भाकियू समर्थकों ने सिसौली में बुढ़ाना से भाजपा विधायक उमेश मलिक की कार क्षतिग्रस्त कर दी थी. वहीं हरियाणा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की घटना के बाद से किसान काफी आक्रोश में हैं. हरियाणा में निकाय और पंचायत चुनावों के मद्देनजर करनाल में शनिवार को एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें सीएम समेत पार्टी के सांसद और विधायक शामिल हुए. किसान इस आयोजन के विरोध में एकत्रित हुए जिसे देखते हुए सभी रास्ते बंद कर दिए गए. इससे नाराज किसानों ने एनएच 44 के बसतांडा टोल प्लाजा पर जाम किया. यही से पुलिस और किसानों में तनातनी शुरू हुई जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.

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इस लाठीचार्ज में कई किसानों के सिर फूट गए. भारतीय किसान यूनियन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने किसानों पर बर्बरतापूर्ण ढंग से लाठिया बरसाई. राकेश टिकैत ने यह भी कहा है कि ये लाठीचार्ज 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार का एक षड्यंत्र है. राकेश टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को किए गए एक ट्वीट में एक घायल किसान की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का व्यवहार जनरल डायर जैसा है. जो अत्याचार हरियाणा पुलिस ने किसानों पर किया, वह बर्दाश्त नहीं हो सकता. किसान सबका हिसाब करेगा.’

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