बिलासपुर. टुटेजा ट्यूटोरियल्स से इस बार भी छत्तीसगढ़ पीएससी में 90 उम्मीदवार चयनित हुए हैं, जिनमें अर्चना पांडे और अपूर्वा क्षत्री ने टॉपर्स कि लिस्ट में नाम दर्ज किया है. खास बात ये है कि इस कोचिंग की गुणवत्ता के कारण ही इतनी संख्या में उम्मीदवार चयनित हुए हैं.
टुटेजा ट्यूटोरियल्स के सुनील टुटेजा ने बताया कि इस बार बिलासपुर के अलावा रायपुर में भी टुटेजा ट्यूटोरियल्स की शुरुआत की जा रही है, जिससे राजधानी के युवाओं को भी व्यक्तित्व विकास के साथ कोचिंग दी जाएगी.
टुटेजा ट्यूटोरियल्स से पीएससी में चयनित डीएसपी अपूर्वा क्षत्री, नलिनी तिवारी नायब तहसीलदार, मणिमयी और रश्मि दुबे ने बताया कि टुटेजा ट्यूटोरियल में पढ़ाई की गुणवत्ता के कारण उम्मीदवार पहली बार में सफल हो जाते हैं लेकिन सभी उम्मीदवार अपना रैंक सुधारने के लिए फिर से पीएससी की परीक्षा देकर डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं.
गौरतलब है कि 1989 में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा में सर्वोच्च स्थान लेकर अनिल टुटेजा डिप्टी कलेक्टर बने और अंचल के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि थी. सफलता का उनका यह मार्ग कठिनाईयों से भरा हुआ था. इन कठिनाइयों का स्वरूप वैसा ही था, जैसा कि आम तौर पर पिछड़े क्षेत्र के सभी प्रतियोगियों के समक्ष होता है. जैसे-मार्गदर्शन का अभाव, अध्ययन सामग्री का अभाव, सफल लोगों से सम्पर्क का अभाव आदि. इन कठिनाईयों के कारण पिछड़े क्षेत्र के प्रतियोगी लक्ष्य प्राप्ति में सफल नहीं हो पाते. इस बात को ध्यान में रखते हुए टुटेजा ने एक ऐसे संस्थान की परिकल्पना की जो नगर व अंचल के प्रतियोगियों को सफलता का सही मार्ग दिखा सकें. उनकी यह कल्पना 5 सितम्बर 1991 को टुटेजा ट्यूटोरियल्स के रूप में साकार हुई.