नई दिल्ली। दिल्ली समेत पूरे देश में इन दिनों बुखार की चपेट में आकर लोग बीमार पड़ रहे हैं. दिल्ली में नॉर्मल फ्लू, वायरल फीवल, इनफ्लूएंजा, स्वाइन फ्लू, डेंगू, टायफाइड और कोविड 19 से लोग बीमार पड़ रहे हैं. यहां तक कि पहले 3-5 दिनों में ठीक होने वाला वायरल फीवर आज की तारीख में ठीक होने में 10 दिन तक ले रहा है. कई बार हॉस्पिटल में भी भर्ती होने की नौबत आ रही है.
यूपी में बुखार से हालत खराब
उत्तर प्रदेश में डेंगू और स्क्रब टाइफस के फीवर देखे जा रहे हैं. खासतौर पर बच्चों में बुखार काफी देखा जा रहा है. दिल्ली में भी बच्चे अलग-अलग फीवर के शिकार हो रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि बुखार से निपटने के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है. दिल्ली में केवल बच्चों के लिए 2,308 बेड्स और 903 आईसीयू हैं.
दिल्ली में अब मजदूरों के घर-घर जाकर लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन, योजना शुरू
पीडियाट्रिक्स विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि जो बच्चे 10 साल से ऊपर हैं, उनका इलाज अडल्ट बेड पर भी हो सकता है, जिसकी संख्या 50 हजार से ज्यादा है. दिल्ली में बच्चों के अस्पतालों की बात करें, तो चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में 250 बेड और 100 ICU हैं. अधिकतर बच्चे डेंगू या फिर वायरल फीवर से पीड़ित होकर अस्पतालों में आ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा दिक्कत छोटे बच्चों के इलाज में आती है. इसलिए फिलहाल दिल्ली के अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है.
CORONA: दिल्ली सरकार ने 13 अस्पतालों में नियुक्त किए नोडल अधिकारी
लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में बच्चों के लिए 250 बेड्स तैयार
एलएनजेपी में भी विभिन्न कारणों से हो रहे बुखार को देखते हुए अस्पताल में बच्चों के लिए 250 नॉर्मल बेड्स तैयार किए गए हैं, जबकि 150 आईसीयू बेड्स भी तैयार हैं.
अस्पताल में भर्ती होने की भी नौबत ज्यादा
इन दिनों डेंगू, फ्लू, टायफाइड के फीवर की वजह से बच्चों को एडमिट करना पड़ रहा है. बच्चों के बुखार को हल्के में नहीं लिया जा सकता.
Karnataka Bans Celebrations for Ganesh Chaturthi
दिल्ली में बच्चों के मुख्य अस्पतालों में चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल, रेनबो हॉस्पिटल, मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक हैं. इसके अलावा सभी बड़े अस्पतालों जैसे सर गंगाराम अस्पताल, अपोलो अस्पताल, मैक्स हॉस्पिटल, आकाश, फोर्टिस, एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, जीटीबी, बीएलके में भी बच्चों के लिए वार्ड बने हुए हैं. यहां कुल 2308 बेड और 903 आईयीयू हैं.