शब्बीर अहमद, भोपाल। पुलिस कस्टडी में आदिवासी युवक की मौत के मामले में कांग्रेस ने सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने एमपी पुलिस की तुलना तालिबान से की है। अरुण यादव ने ट्वीट कर खरगोन पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के तालिबानी रिमांड से एक आदिवासी की मौत हो गई इसके साथ ही घटना पर उन्होंने दुख जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अब मप्र की पुलिस बनी तालिबानी मामला खरगोन जिले के खैरकुंडी का है, जहाँ चोरी के शक में पुलिसकर्मी 8-10 आदिवासी भाइयों को पकड़कर लाई थी,बिस्टान पुलिस के रिमांड के दौरान एक आदिवासी की मौत हो गई है, घटना दुःखद एवं निंदनीय है।”
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अब मप्र की पुलिस बनी तालिबानी
मामला खरगोन जिले के खैरकुंडी का है, जहाँ चोरी के शक में पुलिसकर्मी 8-10 आदिवासी भाइयों को पकड़कर लाई थी,बिस्टान पुलिस के रिमांड के दौरान एक आदिवासी की मौत हो गई है, घटना दुःखद एवं निंदनीय है।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi @OfficeOfKNath @digvijaya_28— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) September 7, 2021
आपको बता दें तीन दिन पहले बिस्टान पुलिस ने चोरी और लूट के संदेह में 12 लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस हिरासत में बिसेन नाम के एक आदिवासी युवक की मौत हो गई।