नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी के त्योहार मनाने को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन समिति (डीडीएमए) ने गाइडलाइन जारी कर दी है. इस बार 10 सितंबर से गणेश चतुर्थी शुरू होने जा रही है. डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा है कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर गणेश चतुर्थी की पूजा नहीं की जा सकेगी. लोगों को घर पर ही त्योहार मनाने की सलाह दी गई है.
दिल्ली में सामाजिक आयोजन फिलहाल मना
दिल्ली में सभी तरह सामाजिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक और त्योहार से जुड़े कार्यक्रमों में भीड़ जुटाना और उनका सामाजिक आयोजन करना मना है. धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने की भी मनाही है.
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कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर को रोकने की कोशिश
इस महीने कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर भीड़ जुटाने की मनाही है. इसके लिए सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है. डीडीएमए ने अपने आदेश में इस आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी दिल्ली के सभी जिलों के कलेक्टर, डिप्टी कमिश्नरों और संबंधित प्राधिकरणों को दी है. इन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि शहर में कोई भी पंडाल, टेंट सार्वजनिक स्थानों पर न लगने पाएं और न ही किसी तरह की यात्रा निकालने की इजाजत ही किसी को मिले. अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया जाता है, तो उस पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए.
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श्रीगणेश जी हैं प्रथम पूज्य
हिंदू धर्म में गणेश जी प्रथम पूज्य माने जाते हैं. किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत इनकी ही पूजा से की जाती है. इन्हें विघ्न विनाशक कहा जाता है. भगवान गणेश की मूर्ति को घर के उत्तरी-पूर्वी कोने में रखना सबसे अधिक शुभ माना जाता है. इनकी प्रतिमा को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए.