पुरूषोत्तम पात्र. गरियाबन्द. बीते तीन दिनों से लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर है. मालगांव के पास नेशनल हाइवे के ऊपर 2 फिट पानी बह रहा है. यही कारण है कि कई रूटों पर आवागमन अवरूद्ध हुआ है.
झमाझम बारिश के कारण सिकासेर जलाशय के 7 गेटों से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. वहीं कलेक्टर ने टीएलई बैठक निरस्त कर सभी एसडीएम को तटीय इलाके में तैनात रहने का निर्देश दिया है.
रविवार को सर्वाधिक 135.2मीमि बारिश जिले के 5 तहसीलों में दर्ज किया गया. भू अभिलेख शाखा के रिकार्ड के मुताबिक 13 सितम्बर की सूबह गरियाबन्द में 40.1मिमी बारिश, राजिम में 7.2 मिमी, छुरा में 74.1मिमी, मैनपुर में12.6 मिमि तो सबसे कम देवभोग तहसील में 1.2 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया. सोमवार तक बारिश के आंकड़े दुगुने हो गए.
गरियाबन्द नगर के भीतर घुटने भर पानी भरा हुआ है. जिले के अधिकांश जगह जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है. मौसम विभाग ने आने वाले 24 घण्टे तक भारी बारिश की चेतावनी दिया है,गरियाबन्द जिले को प्रभावित बताया गया है.
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सिकासेर बांध का 17 गेट खोलना पड़ा
तीन दिनों से हो रहे झमाझम बारिश से 210 एमसीएफटी क्षमता वाले सिकासेर बांध 91.8प्रतिशत के साथ लबालब हो गया।इंचार्ज अधीकारी उत्तम सिंह ध्रुव ने बताया कि सोमवार को बांध के 22 गेट में से 17 गेट को खोल दिया गया. अब 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है. बांध में लगे बिजली उत्पादन यूनिट भी चालू कर दिया गया है. दोपहर से 2 यूनिट मेगावाट का उत्पादन प्रकिया शुरू कर दिया गया है.
निर्माणाधीन पूल इलाके में 3 लोगो के फंसने की सूचना
छुरा ब्लॉक के कोंदकेरा में खेरीटिकरा इलाके में जिस नाले पर पूल का निर्माण चल रहा था, अचानक नाले का बहाव तेज हो गया. काम के देख रेख के लिए बनाए गए कैम्प में 3 लोग के फंसने की सूचना है. इस खबर की पुष्टि छुरा एसडीएम अंकिता सोम ने करते हुए बताया कि राजस्व अमला के अलावा प्रशिक्षित रेस्क्यू टीम को मौके पर भेजा गया है. मैं स्वयं भी मौके के लिए निकल रही हूं.
नागाबुड़ा नहर गांव छ मासी नदी उफान पर
छुरा रोड पर मौजूद छह मासी नदी उफान पर है,जरूरी काम से आवाजाही करने वाले लोग जान जोखिम में डाल कर आवाजाही कर रहे है. इस बरसात में अब तक तीन बड़े हादसे इसी नाले पर हो चुके है. घटना से बेपरवाह लोग फिर भी नाले को पार कर रहे है।दुर्घटना रोकने प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है.
नदी-नाले उफान पर
सिकासेर के 17 गेट खोल दिये गए है जिसका पानी सीधे पैरी नदी से होकर निकलता है।राजीम में मौजूद त्रिवेणी संगम(पैरी,सोंढुर,महानदी संगम) के पास देर रात तक जल स्तर बढ़ने की संभावना है।सिकासेर के कमांड एरिया में प्रशासन ने मुनादी करवा दिया था,कोसूम बूढ़ा मार्ग के पूल पर पानी का बढ़ते स्तर को देखते हुए कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने मौके पर राजस्व अफसर को भेज दिया है.
नेशनल हाइवे में चढ़ा पानी
सोमवार की आधी रात को ही पैरी नदी के किनारे नेशनल हाइवे पर बसे मालगांव व पण्टोरा में सड़क पर पानी चढ़ गया है।डेढ़ फीट से ऊपर बह रहे पानी को देखते हुए प्रसाशन ने आवाजाही को रोक दिया है.