रायपुर। नवंबर में हड़ताल के बाद शिक्षाकर्मियों ने रविवार को राजधानी रायपुर में भीख मांग कर प्रदर्शन किया. शिक्षाकर्मी हाथों में कटोरा लेकर जयस्तंभ चौक के पास लोगों से भीख मांगा. दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग और सर्व शिक्षा अभियान के तहत वेतन प्राप्त करने वाले शिक्षाकर्मियों को 2 माह तथा 1 माह अक्टूबर और नवम्बर से वेतन अप्राप्त है. वेतन के लिए शिक्षाकर्मी कई बार प्रशासन के आगे गुहार लगा चुके हैं.

ऐसे शिक्षकों की संख्या 425 बताई जा रही है जो कि राजधानी रायपुर के  धरसींवा ब्लॉक में कार्यरत हैं. शिक्षकों ने बताया कि  वेतन न मिलने पर राजधानी की सड़कों पर भीख मांगने के अलावा औऱ कोई चारा नही बचा. साथ ही राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक उत्तम देवांगन ने बताया कि इस प्रदर्शन के लिए हम राष्ट्र और देश से माफ़ी मांगते हैं. लेकिन आज ये समझने की अावश्यकता है कि हमें आखिरकार इस प्रकार का प्रदर्शन क्यों करना पड़ा.

उन्होंने बताया कि हमने आठ माह पूर्व मजदूर दिवस के दिन यहीं जयस्तंभ चौक में भिक्षावृत्ति कर शासन और आम जनता का ध्यान इस ओर आकर्षित किया था. लेकिन 8 माह बीतने के पश्चात भी हमारी वेतन आबंटन हैं की व्यवस्था में सुधार नहीं आया है. इस वजह से मजबूरन हमें आज भीख मांगना पड़ा. लिहाजा अब वे ये गाते हुए सड़क पर कटोरा लिए निकल रहे हैं….मोला भिखारी बना दिए रहे….मोला भिखारी बना दिए ना…

शासन को चाहिए कि अन्य कर्मचारियों की तरह नियमित प्रतिमाह हमें वेतन प्रदान करे ताकि हम राष्ट्र निर्माण में अपनी महति भूमिका आदा कर सकें. इसके साथ ही शिक्षाकर्मियों ने कहा कि अगर इस वेतन वितरण की विसंगतियों को दूर नहीं किया जाता तो ये शर्मसार करने वाला प्रदर्शन हैं यह एक ट्रेंड का रूप ले लेगा. और हर एक जिले में इस प्रकार का प्रदर्शन होगा. जो निश्चित रूप से शिक्षकों की गरिमा को धूमिल करेगा और राष्ट्र पुनः शर्मसार होगा.