रवि रायकवार, दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां पर नर्सिंग स्टाफ ने एक गर्भवती महिला को कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज टीका लगा दिया. जबकि महिला को 14 सितंबर को ही दूसरा डोज लगा था. फिलहाल इस पूरे मामले में सीएमएचओ ने जांच कराने की बात कही है.

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दरअसल, मामला इंदरगढ़ अस्पताल का है. यहां ज्योति साहू नाम की एक महिला तीन माह के गर्भ के दौरान लगने वाले टिटनेस और दूसरे टीके के लिए अस्पताल आई थी. जहां उसे नर्सिंग स्टाफ ने महिला से बिना पूछताछ के कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज लगा दिया. जिसके बाद महिला इसकी जानकारी अपने पति को दी तो, उसने अधिकारियों से इसकी शिकायत की है.

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गर्भवती महिला ज्योति साहू ने बताया कि वह गर्भावस्था के दाैरान तीन माह में लगने वाला टिटनेस का टीका लगवाने के लिए गई थी. गर्भवती महिलाओं काे लगाए जाने वाले टीके एवं काेराेना वैक्सीनेशन का काम एक ही कमरे में चल रहा था. उन्होंने कहा कि मैंने 2-3 बार बताया भी कि गर्भावस्था के तीसरे माह में लगने वाला टीका लगना है, लेकिन किसी ने उसकी बात काे नहीं सुना और काेराेना वैक्सीन की तीसरी डाेज महिला काे लगा दी. इसके बाद जब महिला घर पहुंची ताे उसे चक्कर, उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हाे गई. साथ ही पेट में भी दर्द हाेने लगा.

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मामले में सीएमएचओ डॉ आरबी कुरेले का कहना है कि ऐसी जानकारी सामने आई है. मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक इस तरह का मामला सामने आया नहीं है, जिसे तीसरा डोज लग गया हो और उसे नुकसान हुआ हो. हो सकता है सरकार कुछ दिन बाद बुस्टर डोल लेकर आए, जिसमें दूसरे के बाद तीसरे और चौथे डोज की जरुरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि निश्चित रुप से इसका कोई नुकसान नहीं है, लेकिन दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

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