रोहित कश्यप. मुंगेली. कलेक्टर ने बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार के क्षेत्र में शिक्षा दिलाने एक पहल की शुरुआत की है. डीएमएफ फंड का शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयोग करने वाला छत्तीसगढ़ का यह पहला जिला हो सकता है जहां जिला प्रशासन के द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेरोजगार युवक युवतियों को इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
कलेक्टर के निर्देशन में शिक्षा विभाग के द्वारा प्रशिक्षण की शुरूआत कर दी गई. जिले के जरूरतमंद बेरोजगार युवक युवतियों को दी जाने वाली इस निःशुल्क प्रशिक्षण संस्थान को ऑपरेशन प्रज्ञा नाम दिया गया है. डीईओ सतीश पांडेय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे, बैंकिंग एवं एसएससी के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए चयनित छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण देना है जिसकी शुरुआत भी कर दी गई है.
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रशिक्षकों के द्वारा स्टूडेंट्स को अलग-अलग विषयवार प्रशिक्षित किया जा रहा है. कलेक्टर अजीत वसन्त ने प्रज्ञा कोचिंग के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि प्रज्ञा कोचिंग के माध्यम से जिले के बेरोजगार युवक युवतियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए परफेक्ट रूप से तैयार ही मुख्य उद्देश्य है, ताकि इस तरह के व्यवसायिक परीक्षा में जिले के प्रतिभागियों का भी चयन हो सके. उन्होंने यह भी बताया कि आगे चलकर सीजी पीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसके लिए प्रॉसेज शुरू हो गया है. सीजीपीएससी में छात्र छात्राओं के चयन हेतु 30 सितंबर को एग्जाम आयोजित की गई है, जिसमे सलेक्ट लोगों को ही इसका लाभ मिल पायेगा.