इस अवसर पर कर्नल राजेश गुप्ता ने स्कूली दिनों से ही सेना के प्रति अपने जुनून को साझा करते हुए कहा कि “मुझे सेना की वर्दी से प्यार था और डेस्क जॉब नहीं करनी थी. मेरे ये दोनों सपने भारतीय सेना में शामिल होकर पूरे हुए.” कर्नल गुप्ता ने बताया कि 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद से ही उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें एनडीए के माध्यम से भारतीय सेना में शामिल होना है. उन्होंने कहा कि जिन्दगी में कुछ भी आसान नहीं है, लेकिन यदि आप ठान लें, तो कुछ भी पाना मुश्किल नहीं है. केवल जरूरत है जुनून और कड़ी मेहनत करने की, इसलिए हमेशा बड़े सपने देखें और अपने लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करें. अपने डर पर काबू रखें और अपनी क्षमताओं का बेहतरीन प्रयोग करें.
कर्नल गुप्ता ने बच्चों को NDA परीक्षा की तैयारी के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे सबसे पहले एनडीए परीक्षा के सिलेबस को देखें. अपने 11वीं और 12वीं कक्षा के सिलेबस पर बेहतर ढंग से पढ़ने के साथ-साथ रोजाना अखबार पढ़ने की आदत डालें, इससे उन्हें एनडीए की परीक्षा की तैयारी में बहुत मदद मिलेगी. कर्नल गुप्ता ने साझा किया कि एनडीए एंट्रेंस परीक्षा में 12वीं कक्षा में पास बच्चों के साथ-साथ 12वीं पढ़ रहे बच्चे भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए में शामिल होने के लिए पहला कदम एंट्रेंस टेस्ट पास करना है, इसलिए ये बेहद ज़रूरी है कि बच्चे उस पर फोकस करें और एनडीए एंट्रेंस के पिछले प्रश्न-पत्रों को हल करें. उन्होंने बच्चों को अपना टाइम-टेबल बनाने और उसका पालन करने के साथ-साथ अपनी फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान रखने की सलाह दी.
एंट्रेंस के बाद एसएसबी के इंटरव्यू के लिए टिप्स देते हुए कर्नल गुप्ता ने कहा कि इंटरव्यू में कैंडिडेट्स की पर्सनैलिटी, इंटेलिजेंस और मानसिकता को भांपा जाता है, इसलिए उस दौरान कैंडिडेट नॉर्मल रहे और वो बनने का प्रयास न करे, जो आप नहीं हैं. उन्होंने बच्चों को एनडीए के अतिरिक्त सेना में शामिल होने के अन्य मौके जैसे टेक्निकल एंट्री स्कीम, शॉर्ट सर्विस स्कीम, सीडीएस, एएफएमसी के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने ‘लर्निंग नेवर स्टॉप’ का संदेश देते हुए कहा कि यदि आप लगातार नया नहीं सीखते रहेंगे, तो आपकी ग्रोथ रुक जाएगी, इसलिए लगातार सीखते रहें. इससे आपकी संस्था आगे बढ़ेगी और आपका देश आगे बढ़ेगा.
मॉडरेटर की भूमिका निभा रहे शिक्षा निदेशक ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार का प्रयास NDA और UPSC की तैयारी के मिथकों को दूर कर बच्चों में आत्मविश्वास जगाना है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिससे दिल्ली के बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त होगा.
उल्लेखनीय है कि अगले साल से राज्य सरकार दिल्ली में आर्मी प्रीपेटरी स्कूल की शुरुआत करने जा रही है. इसका उद्देश्य सेना में शामिल होने के इच्छुक बच्चों को 2 साल तक एनडीए परीक्षा की तैयारी करवाना है और उनके फिजिकल फिटनेस, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और मेंटल डेवलपमेंट का भी ध्यान रखना है. साथ ही इस साल दिल्ली में पहली बार सेना भर्ती रैली का आयोजन भी किया जाएगा. इस रैली का आयोजन बवाना स्टेडियम में किया जाएगा.
- दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें