कोरबा. संसदीय सचिव ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अवैध रूप से चल रहे कोयला,डीजल एवं कबाड़ चोरी को रोकने की मांग की है. पत्र में कहा गया है इस चोरी के चलते राष्ट्रीय संपत्ति को भारी नुकसान हो रहा है.  यह पूरा कारोबार सफेदपोशों के संरक्षण में चलाये जाने का आरोप भी लगाया गया है.

कोरबा जिले के गेवरा,उदीपका,कुसमंड़ा,सुराकछार खदानों में पिछले कुछ दिनों ने कोयला,डीजल एवं कबाड़ चोरी की घटनाये काफी बढ़ी हैं. इस बात की जानकारी संसदीय सचिव लखन देवांगन तक भी पहुंची. मामले की गंभीरता को देखते हुए लखन ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को एक पत्र लिखा. इस पत्र की एक एक प्रतिलिपि गृह मंत्री ओर डीजीपी को भी भेजी गई है.

पत्र में लखन ने इस चोरी पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इस चोरी के चलते राष्ट्रीय संपत्ति के भारी नुकसान होने बात कही है. लखन ने यह भी आरोप लगाया है यह सारा कारोबार सफेदपोशों के सरंक्षण में किया जाता है. हांलाकि उन्होंने उन सफेदपोशों के नाम का उल्लेख नहीं किया जिनके संरक्षण में यह सारा कारोबार चलता है. लखन ने खदानों में चल रहे इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने की मांग मुख्यमंत्री से की है. आपको बता दें कि एक बार फिर सत्ता पक्ष के विधायक ने अपनी ही सरकार से खदानों में चल रहे अवैध कारोबार को रोकने की मांग है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया की सफेदपोशों के संरक्षण में यह सारा कारोबार होता है लेकिन उन्होंने पत्र में इस बात का उल्लेख नहीं किया है कि वे सफेदपोश सत्ता पक्ष के हैं या विपक्ष के. लखन के इस पत्र ने कोरबा में पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान उठाया है क्योंकि पुलिस इन खदानों में जब अवैध करोबार को रोकने मे नाकम रही तभी संसदीय सचिव को मुख्यमंत्री को पत्र लिखना पड़ा है.