अनिल सक्सेना, रायसेन। भारत की आजादी के 75वी सालगिरह और कोविड टीकाकरण के 100 करोड़ कोरोना वैक्सीनेशन होने पर देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। महोत्सव के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने देश के 100 प्राचीन धरोहरो को रोशन करने का निर्णय लिया है। जिले से दो प्राचीन धरोहर रायसेन किला और सांची स्तूप को चुना गया है। इसी के तहत रायसेन किला और सांची स्तूप को को भी तिरंगे की रोशनी से सजाया गया है। तीरंगे की रोशनी से नहलाने के बाद रायसेन किला और सांची स्तूप बेहद खूबसूरत दिख रहा है। जिसकी आम लोग काफी सराहना कर रहे है।

तीरंगे की रोशनी से नहलाने के बाद रायसेन किला और सांची स्तूप बेहद खूबसूरत दिख रहा है।  तिरंगा रोशनी से लोगो के दिलो में देश प्रेम की भावना और मजबूत हो रही हैं।

रायसेन नगर की 600 फिट की ऊँचाई पर बने रायसेन किले की बारादरी इमारत पर यह केशरिया सफेद और हरे रंग की रोशनी हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अहसास करा रही हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि देश भर में 100 करोड़ वैक्सीनेशन होने के उपलक्ष्य पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने देश के 100 प्राचीन धरोहरो को रोशन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत रायसेन जिले से रायसेन किला और सांची स्तूप को चुना गया है।