नई दिल्ली. पोप फ्रांसिस ने शनिवार को वेटिकन के एपोस्टोलिक पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी की. यह पिछले दो दशकों के दौरान किसी भारतीय प्रधानमंत्री और कैथोलिक चर्च के प्रमुख के बीच इस तरह की पहली मुलाकात है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात काफी गर्मजोशी भरी रही और उन्होंने रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख के साथ कोविड-19 तथा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्हें जल्द ही भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित भी किया.
पोप से मुलाकात के तुरंत बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, पोप फ्रांसिस से मुलाकात बहुत गर्मजोशी भरी रही. उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला. उन्हें भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित भी किया.
पोप के साथ प्रधानमंत्री की बैठक जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली की तीन दिवसीय यात्रा के बीच हुई है. कई अन्य वैश्विक नेता, जो शिखर सम्मेलन के लिए इटली पहुंचे हैं, शुक्रवार से एक के बाद एक पोप से मिल रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा, बैठक 20-30 मिनट के लिए निर्धारित की गई थी (लेकिन) एक घंटे तक चली.
जाने कौन-कौन था मोदी के साथ
मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी थे. साल 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की किसी पोप से पिछले दो दशकों के दौरान कोई मुलाकात नहीं हुई थी, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी वैटिकन गए थे और उन्होंने पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी.
जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, आई. के. गुजराल और वाजपेयी के बाद पोप से मिलने वाले पीएम मोदी पांचवें भारतीय प्रधानमंत्री हैं. विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “आज की बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी और दुनियाभर के लोगों के लिए इसके परिणामों पर चर्चा की. उन्होंने पोप को जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत द्वारा की गई महत्वाकांक्षी पहलों तथा कोविड-19 रोधी टीकों की एक अरब खुराक देने में भारत की सफलता के बारे में बताया. परम पूजनीय (पोप फ्रांसिस) ने महामारी के दौरान जरूरतमंद देशों को भारत की ओर से सहायता दिए जाने की सराहना की.”
प्रधानमंत्री ने पोप फ्रांसिस को शीघ्र भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे सहर्ष स्वीकार कर लिया गया. मोदी ने विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की. भारत में एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कैथोलिक आबादी है और पीएम मोदी का वेटिकन सिटी जाकर पोप से मिलना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.