पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. क्या कोई मृत व्यक्ति पीएम आवास के लिए आवेदन कर सकता है. जी हां ऐसा ही एक मामला देवभोग की मुंगीया पंचायत के आश्रित ग्राम कुर्मीबासा में देखने को मिला. जहां लोक सुराज दल को एक व्यक्ति ने खुद को जिंदा करने के लिए आवेदन सौंपा है. पीडित का आरोप है कि वह जिंदा होते हुए भी सरकारी रिकार्ड में मृत घोषित कर दिया गया है. जिसके चलते उसे पीएम आवास नहीं मिल पा रहा है.
कुर्मीबासा के रहने वाले 41 वर्षीय धनसाय यादव वैसे तो ये जिंदा है. लेकिन उसे सरकारी रिकार्ड में मृत घोषित कर दिया गया है. जब खुद को जिंदा साबित करने के लिए धनसाय गॉव में लगे लोक सुराज अभियान दल के पास पहुंचा. तो वे भी ये सब सुनकर हके बके रह गये. पहले तो उऩ्होंने धनसाय का मजाक उड़ाया. लेकिन जब धनसाय ने अपने जिन्दा होने के लिए आवेदन दिया तो इन दल के भी होश उड़ गये. कि आखिर एक जिंदा आदमी मृत कैसे हो सकता है. लेकिन यही सच्चाई है. धनसाय को पीएम आवास की सुची में मृत घोषित कर दिया गया है. चार दिन पहले जब सुची में उसने खुद को मृत पाया तो उसने लोक सुराज में आवेदन देकर खुद को जिंदा करने की मांग की.
लोक सुराज में किये गये आवेदन में धनसाय ने लिखा है कि’मृत प्रधानमंत्री आवास सूची में क्या कारण से हूं, मैं जीवित होते हुए भी मेरा नाम मृत क्यों घोषित किया गया. इसका क्या कारण है’.
सरपंच भुपेश चंद्रनायक ने बताया कि पीएम आवास की सुची पंचायत सचिव के माध्यम से जनपद कार्यालय पहुंचती है. 2015 में पीएम आवास की सुची का पुनरिक्षण किया गया था. तब धनसाय का नाम सुची में 93 नंबर पर था. उसके बाद उसे कब मृत घोषित कर दिया गया. पता ही नही चला.
वही जब इस मामले में देवभोग जनपद पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल बात की गई तो वे भी चौक गये और उन्होंने आनन फानन में धनसाय की फाइल की खोज बीन शुरू की. तो पता चला कि जनपद कार्यालय के रिकार्ड में धनसाय अभी जिंदा है.
रिकार्ड मिलने के दो महीने बाद 13 मार्च को जब माडागांव में लोक सुराज के दौरान मिले आवेदनों का निपटारा होगा. उस समय हो सकता है धनसाय की समस्या का समाधान भी हो जाये और सरकारी रिकार्ड में वह फिर से जिंदा हो जाये. हो सकता है 4 सदस्यीय धनसाय के परिवार को पीएम आवास भी मिल जाये. लेकिन इस मामले से यह बात आसानी से समझी जा सकती है कि जिले के अधिकारी कितनी लापरवाही पूर्वक काम कर रहे है और उनकी इन लापरवाहियों से आम लोगो को कितनी तकलीफें उठानी पडती है.