सत्यपाल राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार 1 दिसंबर से धान खरादी शुरू करने वाली है, उससे पहले सहकारी समिति के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं.  छत्तीसगढ़ सरकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है.

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सहकारी समिति के कर्मचारी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश स्तरीय अनिश्चितक़ालीन हड़ताल कर रहे हैं. मांग पूरी नहीं होने पर धान ख़रीदी बहिष्कार की चेतावनी दी है.

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संघ के अध्यक्ष ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर लगातार अधिकारी से मंत्री तक ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन अब तक बात नहीं बनी है. सुनवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. ऐसे में अब किसानों को पंजीयन के लिए बढ़ाए गए डेट का फ़ायदा नहीं मिलेगा.

संघ के अध्यक्ष ने विलंब से परिवहन के कारण और सूखत एवं अतिरिक्त खर्चों की राशि की मांग की है. साथ ही रिक्त पदों पर भर्ती से लेकर लगभग दो साल से नहीं मिले वेतन की मांग की है.

ये हैं मांगें

  • धान परिवहन देरी से होने के कारण धान में आ रही सूखत.
  • अतिरिक्त खर्च की राशि भी समितियों को दिया जाए
  • सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के साथ वेतन अनुदान दिया जाए
  • प्लेसमेंट भर्ती पर रोक लगाई जाए
  • सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को सेवा नियम के अनुसार प्रबंधन की भर्ती 50 प्रतिशत स्थान पर 100 प्रतिशत समिति के संस्था प्रबंधकों को क्रेडर प्रबंधक पद पर संविलियन किया जाए
  • सहकारी समिति सेवा नियम में आंशिक संशोधन करते हुए मुख्यमंत्री निवास से अनुशंसित टीप को तत्काल लागू किया जाए

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