भोपाल। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आगजनी में फंसे सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. उन्हें अस्पताल के दूसरे परिसर में शिफ्ट कर दिया गया है. दो बच्चों की हालत बेहद नाजुक है. अस्पताल के बाहर बैठे बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. जिला प्रशासन पूरी घटना पर नजर बनाई हुई है.
जानकारी के मुताबिक हमीदिया अस्पताल के तीसरी मंजिल स्थित पीडियाट्रिक विभाग में भीषण आग लगी थी. आग पर काबू पा लिया गया है. जिस चिल्ड्रन वार्ड में आग लगी उसे कुछ दिन में नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना था. इससे पहले 7 अक्टूबर को हमीदिया अस्पताल की एक नई बिल्डिंग में दूसरे तल पर आग लगी थी.
अस्पताल के तीसरी मंजिल में आग लगने से धुआं अधिक भरा गया. जिस कारण रेस्क्यू ऑपरेशन करने में दिक्कतें आईं. आग से कुछ बच्चों की झुलसने की सूचना है. आग लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. सिलेंडर या वेंटिलेटर में ब्लास्ट के साथ शार्ट सर्किट आग लगने की वजह हो सकती है. सीएम ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड में रात करीब 9 बजे भीषण आग लगी थी. अस्पताल के तीसरे फ्लोर पर बच्चा वार्ड है. अस्पताल में करीब 2 दर्जन से अधिक बच्चे और डॉक्टर फंसे हुए थे. जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालकर दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. घटना के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौके पर पहुंचे थे.
ताजुब्ब की बात यह है कि आगजनी की घटना के बाद एडमिट बच्चों को छोड़कर अस्पताल प्रबंधन भाग गया है. बच्चों के मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है. वो परेशान हैं, हलाकान हैं. अस्पताल में आग लगने से चारों तरफ धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा है. अंधेरा छा गया है. जिन मरीजों की अस्पताल से बाहर निकाला गया है, उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. इससे पहले भी हमीदिया अस्पताल में आग लगने की घटना हो चुकी है.
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