चंडीगढ़, पंजाब। विश्व कौशल प्रतियोगिता 2022 की क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए 53 प्रतिभागियों की दिल्ली की टीम चंडीगढ़ पहुंची है. टीमें यहां पर 28 अलग-अलग कौशल प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी. यह पहली बार है जब दिल्ली से एक टीम इंडिया-स्किल्स इवेंट में भाग ले रही है. दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) ने इन कौशल चैंपियंस को दिल्ली और भारत के 20 विश्व स्तरीय प्रशिक्षकों के साथ मिलकर 3800 से अधिक घंटों का प्रशिक्षण दिया है.

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प्रतिभागियों के साथ बातचीत करते हुए‌ डीएसईयू के उप कुलपति प्रो निहारिका वोहरा ने कहा कि हमें गर्व है कि विश्व कौशल प्रतियोगिता के लिए दिल्ली की टीम को प्रशिक्षित करने का अवसर मिला. यह पहली बार है जब दिल्ली इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए एक टीम भेज रही है. डीएसईयू ने सुनिश्चित किया है कि सभी प्रतिभागियों को प्रसिद्ध प्रशिक्षकों के द्वारा सर्वोत्तम कौशल प्रशिक्षण मिले, ताकि सभी प्रतियोगी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए तैयार हो सकें. सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आपमें से कई इंडिया स्किल्स के लिए क्वॉलीफाई करेंगे. डीएसईयू को दिल्ली की टीम को वर्ल्ड स्किल्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रशिक्षित करने का अवसर मिलेगा.

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डीएसईयू के रजिस्ट्रार अश्वनी कंसल ने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे हम विश्व कौशल प्रतियोगिता में आगे बढ़ रहे हैं, इसका स्तर बढ़ता जा रहा है. डीएसईयू यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी प्रतिभागी प्रशिक्षण के माध्यम से अपने कौशल को बढ़ाएं. हमारे खिलाड़ियों की मेंटरशिप और उनका हौसला बढ़ाने के लिए हम अपने प्रशिक्षकों के आभारी हैं. वर्ल्ड स्किल्स दिल्ली स्टेट टीम लीडर अंकिता आर्य ने कहा कि हमने दिल्ली राज्य के सभी प्रतियोगिता विजेताओं को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण देने के लिए कड़ी मेहनत की है. प्रतिभागियों के लिए वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण था. यह पहली बार है जब विश्व कौशल से जुड़ी क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में दिल्ली की टीम प्रतिस्पर्धा करने जा रही है, लेकिन प्रशिक्षकों के सहयोग और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री एवं डीएसईयू की वाइस चांसलर के मार्गदर्शन से इस महत्वपूर्ण काम को पूरा करने में सफल हुए.

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आयोजन समिति की कोर टीम सदस्य विस्मित गुप्ता ने कहा कि प्रशिक्षकों के समर्थन और समन्वित प्रयासों के बिना दिल्ली के विजेताओं का प्रशिक्षण संभव नहीं होता. यह प्रशिक्षण युवाओं में कौशल को बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हुआ है. हमें पूरी उम्मीद है कि इनमें से कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए क्वॉलीफाई करेंगे. कुकिंग ट्रेड के विजेता अमन सिंह आहूजा ने उत्साह दिखाते हुए कहा कि यह पहली बार है जब मैं वर्ल्ड स्किल्स में भाग ले रहा हूं. इसे लेकर वे उत्साहित नजर आए.

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मोबाइल रोबोटिक्स के विजेता करण सिंघानिया ने कहा कि विश्व कौशल प्रतियोगिता कौशल का ओलंपिक है. उन्होंने कहा कि वे उत्तर भारत की क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि वे बेहतर प्रतियोगिता और इंडिया स्किल्स और वर्ल्ड स्किल्स के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं फैशन टेक्नोलॉजी स्टार सीरत ने कहा कि उनकी ट्रेनिंग से उनके व्यक्तित्व में निखार आया है और सही सोच के साथ प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास बढ़ा है. क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में क्वॉलीफाई करने वाले सभी विजेताओं को इंडिया स्किल्स में भाग लेने के लिए डीएसईयू प्रशिक्षण देगा. वे बैंगलोर में राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली का प्रतिनिधित्व करेंगे. दिल्ली की टीम 15 से 18 नवंबर 2021 के बीच होने वाली क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में 28 क्षेत्रों जैसे कि ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, फैशन टेक्नोलॉजी, कुकिंग, मोबाइल रोबोटिक्स वगैरह में भाग लेंगी.