सुप्रिया पांडे. रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस दिनों लोगों की समस्या सुनने के लिए जनदर्शन कार्यक्रम शुरू किया है, लेकिन यहां समस्या तो सुनी जाती है, लेकिन आपकी समस्या का निराकरण होगा या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है.

रायपुर जिले के लोग जमीन विवाद का निराकरण नहीं होने से काफी परेशान है, वे लंबे वक्त से राजस्व विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, उसके बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है, इस बात की नाराजगी लेकर काफी लोगों ने कलेक्टोरेट में अपना दुखड़ा रोया. लेकिन रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने लोगों को महज आश्वासन ही दिया. कलेक्टोरेट में मौजूद आम जनता का कहना है कि काफी समय से जमीन विवाद संबंधी समस्या से जुझ रहे हैं, कई बार तहसील ऑफिस के चक्कर भी लगा चुके हैं लेकिन अब तक कोई निराकरण नहीं हुआ.

  आपको बता दें कि इससे पहले के जनदर्शन में भी लोग जमीन संबंधी विवादों को लेकर ही पहुंचे थे. वहीं लोगों की समस्या को लेकर रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि काफी शिकायतें व्यक्तिगत संबंधित थे, कुछ मामले ऐसे है जिसके केस तहसील में चल रहे है, उन शिकायतों को भी पंजीबद्ध किया गया है और संबंधित विभाग को समयसीमा पर निराकरण के लिए निर्देश भी दिए जाएंगे, जमीन विवाद और नामांतरण संबंधित मामले ज्यादातर सामने आए है.
गणेश राम यादव ने कहा कि रोहणीपुरम कॉलोनी में खाली पड़ी जमीन में कुछ लोगों ने भवन बनवा लिए, उस जमीन को खाली करवाने के लिए काफी समय से आवेदन दिया है केस भी चल रहा है पर अब तक कोई हल नहीं निकला.

वहीं भूपेन्द्र कुमार वर्मा रकबा की मांग को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे थे जहां उनकी शिकायत है कि अब तक उनकी भूमि के रकबे का ऑनलाइन पंजीयन नहीं हुआ, जिसकी वजह से वो बीते 2 वर्षों से धान नहीं बेच पा रहे है. पटवारी सॉफ्टवेयर खराब होने का हवाला देते हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं करते जिसकी वजह से मजबूरन धान बिचौलियों के हाथों में देना पड़ता है.