नई दिल्ली.  अपने फैसले को लेकर चर्चा में रहने वाले जज (Judge) पर एसएचओ और सब इंस्पेक्टर ने बंदूक तान दी. आपको बता दें कि ये वहीं जज हैं जिनपर कुछ दिनों पहले ही पटना हाईकोर्ट ने न्यायिक कार्य करने पर रोक लगा दी थी.

दरअसल अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) अविनाश कुमार के न्यायिक कार्य करने पर पिछले दिनों रोक लगाई गई थी. वे अपने फैसले को लेकर चर्चा में थे. उक्त Judge ने एक कुत्ते को पालने और पांच कुत्तों को एक माह तक खाना देने की शर्त पर एक हत्यारोपित को जमानत दी थी. इसी तरह रंगदारी व मारपीट के दो आरोपितों को अनुसूचित जाति के गरीब पांच बच्चों को छह माह तक आधा लीटर दूध मुफ्त में देने की शर्त पर जमानत दी थी.

इसके अलावा छेड़छाड़ के आरोपित को छह माह तक अपने गांव की सभी महिलाओं के कपड़े धोने और इस्त्री करने की शर्त पर जमानत दी थी.

  •  गुरूवार को मधुबनी के झंझारपुर के उक्त चर्चित जज अविनाश कुमार से उनके केबिन में दो पुलिसवालों ने पिस्टल तान दी.

  • दोनों ने जज के साथ मारपीट और गालीगलौज भी की गई.

  • उक्त पुलिसकर्मी घोघडीहा थाने में तैनात हैं.

  • इसमें से एक का नाम थानाध्यक्ष (SHO) गोपाल प्रसाद और दारोगा (SI) अभिमन्यु कुमार हैं.

दोनों को एक शिकायत पर पूछताछ के लिए जज के सामने पेश हुए थे. मधुबनी एसपी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि झंझारपुर न्यायालय के न्यायधीश और पुलिस कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की का मामला सामने आया है. घटनास्थल झंझारपुर कोर्ट परिसर पहुंचकर न्यायाधीशों के साथ बैठक कर मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद दोषी पाया गए पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.