रायपुर। शहर के युवाओं की मेहनत रंग लाई है और इसी के साथ ये साबित भी हो गया है कि किसी भी क्षेत्र में छत्तीसगढ़िया युवा किसी भी मामले में किसी से भी कम नहीं हैं. शहर के युवाओं द्वारा बनाई गई फिल्म को बेस्ट फिल्म का जूरी अवॉर्ड मिला है. यहां के युवाओं ने लीगल अवेयरनेस पर फिल्म ‘सेव्ड’ बनाई थी, जिसे बेस्ट फिल्म जूरी अवॉर्ड से नवाज़ा गया है.
फिल्म मेकिंग की भी अपनी दिलचस्प कहानी
इस फिल्म को शूट किए जाने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है. एकलव्य प्रोडक्शन और केएसके फिल्म वर्क्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में एक्टर प्रतीक दास हैं. इस फिल्म को वास्तविकता का पुट देने के लिए प्रतीक ने अपनी रीयल मूंछों को आधी कटवा लिया. उनका कहना है कि आखिरकार उनका ये त्याग बेकार नहीं गया और फिल्म को जूरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
दरअसल फिल्म के एक सीन में प्रतीक को अचानक सैलून में शेविंग कराने के लिए जाना पड़ता है. तभी फोन आता है और वो गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच कराने जा रहे दंपति को रोकने के लिए हड़बड़ाकर निकलता है. इस सीन में उनकी आधी मूंछ ही दिख रही है, क्योंकि वे आधी-अधूरी शेविंग कराकर ही इस नेक काम के लिए निकल पड़ते हैं.
लीगल अवेयरनेस को बढ़ावा देने के मकसद से शहर में आयोजित नेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में फिल्म ‘सेव्ड’ को बेस्ट फिल्म का जूरी अवॉर्ड दिया गया है. इसके साथ ही इस फिल्म को बेस्ट एडिडिंग का भी अवॉर्ड भी मिला है. फिल्म के डायरेक्टर शिव कुमार, मयंक राय और सुमन पांडे ने बताया कि इस फिल्म को शूट करने में 7 से 8 दिन का वक्त लगा. शहर के अलग-अलग इलाकों की रेकी की गई और अब उनकी मेहनत रंग लाई है. इस फिल्म को जूरी अवॉर्ड मिलने से उनकी हौसलाफज़ाई हुई है.