चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। फर्जी मार्क्सशीट के आधार पर नौकरी कर रहे जिला पंचायत में पदस्थ अधिकारी भीमराव कठाने को गिरफ्तार कर लिया गया. भीमराव 12वीं कक्षा की फर्जी अंकसूची के आधार पर पिछले 30 सालों से नौकरी कर रहा था. इस दौरान जिला पंचायत विभाग ने उसे इंक्रीमेंट से लेकर प्रमोशन तक दे दिया. मामले का खुलासा तब हुआ, जब आरोपी के खिलाफ शिकायत की गई.

वहीं जांच में नौकरी पाने के दौरान पेश की गई मार्क्सशीट और प्रस्तुत की गई मार्क्सशीट में काफी अंतर मिला. तत्कालीन सीईओ अय्याज़ तंबोली ने सिटी कोतवाली में मामला दर्ज कराया और पुलिस मामले की जांच में जुट गई. इसी दौरान आरोपी अधिकारी भीमराव कठाने ने अपना ट्रांसफर बालोद करा लिया. जिसके बाद जिला पंचायत बालोद ने मामला उनके क्षेत्राधिकार का नहीं है, ये बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया. इस कारण मामला पंजीबद्ध होने में देर हुआ. जिसके बाद जिला पंचायत दुर्ग ने ये मामला फिर से सिटी कोतवाली में भेजा, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

सिटी कोतवाली पुलिस ने 420, 363, 366 और 371 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच के लिए पुलिस ने अपराध अनुसंधान शाखा को भेजी थी. जांच के बाद अनुसंधान शाखा ने शुरुआती जांच में आरोप को सही पाते हुए अपराध पंजीबद्ध करने की अनुशंसा की थी. जिसके बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया और आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया.