तिरुपति. प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर की ओर जाने वाली एक घाट सड़क को तिरुमाला पहाड़ियों के ऊपर बुधवार को बंद कर दिया गया क्योंकि भूस्खलन से तीन स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी. मंगलवार देर रात बड़े-बड़े बोल्डर सड़क पर लुढ़क गए जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों ने वाहनों को रोककर मलबे को साफ कराने के लिए ‘अर्थ मूवर्स’ गाड़ी का सहारा लिया है. अधिकारी इस दौरान हुए नुकसान का आंकलन लगाने के लिए जांच और मरम्मत कराने की योजना पर काम कर रहे थे.
सड़कों को हुए नुकसान को देखते हुए सभी वाहनों को रोक दिया गया है और उन्हें तिरुमाला के डाउन घाट रोड से वाहनों को जाने दिया जा रहा था. महीने में यह दूसरी बार है जब घाट वाली सड़क पर भूस्खलन हुआ है. भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, घाट की सड़कों को 11 नवंबर को बंद कर दिया गया था और 20 नवंबर को फिर से खोला गया था.
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भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण घाट की सड़कों पर रखे बोल्डर लुढ़क गए. प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर को तिरुपति से जोड़ने वाली सड़कों पर पेड़ भी उखड़कर गिर गए. पहले घाट मार्ग पर चार स्थानों पर भूस्खलन से सुरक्षा में लगाई गई दीवार क्षतिग्रस्त हो गई जबकि दूसरे घाट मार्ग पर 13 भूस्खलन हुए. भारी बारिश ने दोनों फुटपाथ (अलीपिरी और श्रीवारी मेट्टू) को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे अधिकारियों को उन्हें बंद करना पड़ा.
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बारिश से वैकुंठम कतार परिसरों और चार माडा सड़कों पर भी पानी भर गया था. टीटीडी चेयरमैन के मुताबिक टीटीडी को करीब चार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. तिरुमाला और तिरुपति में 17 से 19 नवंबर के बीच 19 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 30 वर्षो में सबसे अधिक है.
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