संदीप शर्मा, विदिशा। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान की दस्तक के बीच मध्यप्रदेश के लैब टेक्नीशियन अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को सड़क पर उतरे। 17 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेशभर के लैब टेक्नीशियन ने आज विरोध प्रदर्शन किया। मांगें पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी दी है। यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी और वे हड़ताल पर चले गए तो कोरोना संक्रमणकाल के इस दौर में स्वास्थ्य सेवाओं पर विपरीत असर पड़ सकता है।
पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरामरा सकती
जिला मुख्यालय में जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज सहित अन्य जगहों पर लैब टेक्नीशियन का काम कर रहे कर्मचारियों ने अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर आज धरना दिया। इस दौरान मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी एकता जिंदाबाद के नारे के साथ मांगों के समर्थन में विरोध जताया। कर्मचारियों ने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने पर कोरोना की तीसरी लहर के दौरान लैब टेक्नीशियन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। इससे पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरामरा सकती है।
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पदनाम बदलाव से नहीं बढ़ेगा आर्थिक बोझ
लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन विदिशा के जिला अध्यक्ष शिव कुमार शाक्य ने बताया कि 17 सूत्री मांगों में पदनाम बदलाव भी शामिल है, जिससे सरकार को किसी प्रकार से कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। इसके अलावा अन्य मांगे भी एसोसिएशन के माध्यम से की गई है। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन किया गया।