रमेश सिन्हा,पिथौरा. बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा अभ्यारण में रेंजर और आदिवासी के बीच हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में आदिवासी समाज ने रेंजर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए, उन पर कार्रवाई की मांग की है. इस मांग को लेकर मंगलवार को आदिवासी संगठन अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गये हैं.
मामला 15 जनवरी का बताया जा रहा है. जब यहां ग्राम रामपुर निवासी राजकुमार अपने घर के बाड़ी से लगे खेत के पास बकरी चरा रहा था तभी रेंजर संजय रौतिया अपने कर्मचारियों के साथ वहां पहुंचा और उसने राजकुमार के साथ बिना किसी बात के मारपीट शुरू कर दी. जिसे देखकर पास के ही खेत में काम कर रही कुछ महिलाओं ने पहुंचकर बीच बचाव किया.
इसी बीच वन परिक्षेत्र अधिकारी ने मौके से ही बया चौकी को फोन करके पुलिसकर्मियों को बुलाया और राजकुमार को गिरफ्तार करवा दिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राजकुमार के साथ जमकर मारपीट की. जिसके निशान राजकुमार पूरे शरीर पर साफ देखे जा सकते हैं.
इस घटना के बाद से ही आदिवासी समाज में काफी आक्रोश व्याप्त है. मामले को लेकर आदिवासी संगठन जन संघर्ष समिति ने रेंजर के लिखाफ मोर्चा खोल दिया है. इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है. जिसमें राजकुमार के परिवार के साथ ही आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग शामिल थे. समिति के पदाधिकारियों ने मांग की है कि इस मामलें में राजकुमार के साथ मारपीट करने वाले रेंजर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाये.
जहां एक ओर आदिवासी समाज राजकुमार के साथ खड़ा दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब वन कर्मचारी संगठन रेंजर के समर्थन में उतर आया है. संगठन ने भी अब इस मामले को लेकर राजकुमार के विरोध में आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है.