रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें आदिवासी विधायक दीपक बैज और मोहन मरकाम भी मौजूद रहे. भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के विदेश दौरे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूरा विश्व भ्रमण कर लिया, लेकिन एक भी निवेशक ने प्रदेश में निवेश नहीं किया.
भूपेश बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह की रुचि केवल खनन और इस्पात में है. उन्होंने भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक को लेकर भी सरकार पर तंज कसा और कहा कि आदिवासियों को लूटने के लिए ये कानून लाया गया था. आदिवासियों की जमीन को उद्योगपतियों को बेचने की तैयारी थी. उन्होंने कहा कि सीएम का विदेश दौरा आदिवासी क्षेत्रों में उद्योग को लेकर ही है. आपको बता दें कि सर्व आदिवासी समाज के विरोध के बाद सरकार ने भू-राजस्व संहिता संशोधन कानून को वापस ले लिया.
पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में आदिवासियों की स्थिति बहुत भयावह है. उन्होंने कहा कि जनअधिकार पदयात्रा के दौरान यहां आदिवासियों की खराब स्थिति को उन्होंने बेहद करीब से देखा.
रायगढ़ में विकास ‘करिया’ गया है- भूपेश बघेल
उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले में उद्योग के नाम पर आदिवासियों को लूट लिया गया और सैकड़ों आदिवसियों को आज तक जमीन का मुआवजा नहीं मिला. उन्होंने कहा कि रायगढ़ में रहने वाले लोगों का जीवन काला हो गया है, जिले में विकास ‘करिया’ गया है. उन्होंने कहा कि केलो में डेम निर्माण, रेल कॉरिडोर के लिए, पॉवर प्लांट के लिए जमीनें अधिग्रहित की गईं, कोयला खदान के नाम पर भी जंगल और गांवों को उजाड़ा गया.
नवीन जिंदल पर निशाना
भूपेश बघेल ने अपनी पार्टी के नेता नवीन जिंदल पर कहा कि नवीन जिंदल हरियाणा से सासंद थे, नवीन जिंदल छत्तीसगढ़ में उद्योगपति हैं. उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल पर अगर आदिवासियों की जमीनें हड़पने का आरोप है, तो सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की उद्योगपतियों से मिलीभगत है.
इधर आदिवासी विधायक मोहन मरकाम ने सीएम डॉ रमन सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीछे दरवाजे से आदिवासियों की जमीन हड़पने की सरकार की तैयारी थी. उन्होंने
सीएम की आभार रैली का विरोध किया और जगदलपुर में 25 जनवरी को होने वाली आभार रैली को ढोंग बताया. उन्होंने कहा कि रैली के लिए सीएम सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं.