प्रतीक चौहान. रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मोवा में स्थित बालाजी हॉस्पिटल के जीएम है डॉ बिरेंद्र पटेल, उनका मैसेज लल्लूराम डॉट कॉम के पत्रकार के इंस्टाग्राम अकाउंट में आता है.
कहते है मुझे 7 हजार रुपए की जरूरत है. पैसे जरूरी है और तत्काल ट्रांसफर करना अर्जेंट है. ये बाते पत्रकार और जीएम की इंटाग्राम अकाउंट में हो रही थी.
उस इंटाग्राम अकाउंट में जो डॉ बिरेंद्र पटेल के नाम से बना है और उसमें उनकी और बालाजी हॉस्पिटल से जुड़े लोगों की तस्वीरें मौजूद है. इस मैसेज को पढ़कर एक बार के लिए पत्रकार भी भौचक हुए कि जिस अस्पताल में मरीजों के लिए बैड खाली न हो उस अस्पताल के जीएम को ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि वे अर्जेंट में 7 हजार रुपए मांग रहे है!
इसके बाद पत्रकार ने उक्त अकाउंट में और बातचीत की. कथित रूप से बालाजी हॉस्पिटल के जीएम डॉ बिरेंद्र पटेल ने अपना मोबाइल नंबर मैसेज से भेजा जिसमें उन्होंने पैसे ट्रांसफर करने की बात कही.
लेकिन जब वह नंबर पत्रकार ने मिलाया, तो पता चला कि वह नंबर बालाजी हॉस्पिटल के जीएम डॉ बिरेंद्र पटेल का नहीं था.
थोड़ी देर बाद पता चला कि वह उनका फर्जी अकाउंट था और ऐसे पैसों की डिमांड उक्त अकाउंट धारक ने कई अन्य लोगों से भी की है.
हालांकि बालाजी हॉस्पिटल से जुड़े हुए लोगों के फर्जी अकाउंट बनाकर पैसे मांगने का ये कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भी अस्पताल के डॉयरेक्टर डॉ देवेंद्र नायक के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर पैसे मांगे गए थे, इसके अलावा अस्पताल के सीईओ हिमांशु साहू के नाम से भी फर्जी अकाउंट बन चुका है.
अब डॉ बिरेंद्र पटेल इस मामले की पुलिस से लिखित शिकायत की तैयारी कर रहे है.