चंडीगढ़। 21 साल के बाद भारत को अपनी मिस यूनिवर्स 2021 मिली है. 1994 में सुष्मिता सेन, 2000 में लारा दत्ता के बाद अब 2021 में भारत को तीसरी मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू के रूप में मिली है. जैसे ही उनकी जीत की खबर पंजाब में पहुंची, लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई. उन्होंने देश के साथ ही पंजाबवासियों को गौरवान्वित कर दिया है. मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर संधू जब अपने गृहनगर चंडीगढ़ वापस आएंगी, तो उनके माता-पिता उन्हें ‘मक्के की रोटी और सरसों का साग’ खिलाएंगे. हरनाज संधू ने 21 साल बाद भारत के लिए मिस यूनिवर्स का ताज हासिल किया है, जिसके बाद पूरा देश खासतौर पर पंजाब और चंडीगढ़ के लोग उनका स्वागत करने को बेताब हैं.
हरनाज की मां बेटी को खिलाना चाहती हैं मक्के की रोटी और सरसों का साग
हरनाज की मां रविंदर कौर संधू ने जैसे ही बेटी के मिस यूनिवर्स 2021 बनने की खबर सुनी, तो वे भावुक हो गईं. उनकी आंखें छलक आईं. उन्होंने कहा कि हरनाज को मक्के की रोटी और सरसों का साग बहुत पसंद है, आते ही उसे सबसे पहले मैं यही खिलाऊंगी. हरनाज की मां रविंदर कौर ने मोहाली में अपने आवास पर मीडिया से कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है. मैं व्यक्त नहीं कर सकती कि मैं कितनी खुश हूं. वह हमेशा से बहुत सक्रिय और दृढ़निश्चयी रही है. हरनाज की मां और स्त्री रोग विशेषज्ञ रविंदर कौर ने कहा, “मक्के की रोटी और सरसों का साग उसका पसंदीदा है. जब वह घर आएगी तो मैं इसके साथ ही उसे ट्रीट करना पसंद करूंगी. इससे कैलोरी भी नहीं बढ़ती है.
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भाई की खुशी का भी ठिकाना नहीं
इधर हरनाज के बड़े भाई हरनूर का कहना है कि वह मेरे से 7 साल छोटी है. सुबह 5:30 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ, जो 8:30 बजे चला. टॉप 3 में जब हरनाज पहुंची, तो टेंशन शुरू हो गई, लेकिन जैसे ही आखिरी 2 उम्मीदवारों के नाम घोषित हो गए, तो उसके बाद यह तय हो गया था कि अब वही मिस यूनिवर्स बनेगी. उन्होंने कहा कि हरनाज ने मेरा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया. मुझे अपनी बहन पर नाज है. उनकी जीत से उत्साहित, हरनाज के भाई हरनूर ने कहा, “हरनाज ज्यादातर समय शांत और केंद्रित रहती है. उसे अपने स्कूल के दिनों से ही विश्वास था कि एक दिन वह यह खिताब हासिल करेगी और उसने इसे हासिल कर लिया.”
पिता ने हरनाज कौर संधू को बताया अपना गुरूर
उनके पिता परमजीत सिंह संधू ने कहा कि मेरी बेटी मेरा गुरूर है. उन्होंने बेटी हरनाज को आशीर्वाद दिया. उन्होंने कहा कि भगवान ऐसी बेटी सबको दे. पिता ने कहा कि जब वो घर आएगी, तो ऐसा शानदार स्वागत करूंगा कि सब देखते रह जाएंगे.
हरनाज ने किया था ये ट्वीट
ताज हासिल करने से पहले, आत्मविश्वास से लबरेज हरनाज ने ट्वीट किया था, “इंडिया.. आज रात हम चमकेंगे!” हरनाज संधू ने 80 देशों के प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए 21 साल बाद इतिहास रच दिया है. पूरी दुनिया में हरनाज संधू की इस ऐतिहासिक जीत की चर्चा हो रही है. मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम करने के बाद से ही हरनाज संधू का नाम सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. उसकी मां के मुताबिक, एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरनाज ने अपनी काबिलियत साबित की है. उन्होंने कहा, “वह बहुत आश्वस्त है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने पर केंद्रित है. हमने उसके जुनून का समर्थन किया है.”
पंजाबी फिल्मों में भी हरनाज ने किया है काम
पंजाबी फिल्म अभिनेत्री हरनाज वर्तमान में लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं. उन्होंने आने वाली ‘यारा दिया पू बरन’ और ‘बाई जी कुट्टंगे’ जैसी पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है. प्रतियोगिता जीतने के बाद उनका परिवार प्रार्थना करने के लिए पास के एक गुरुद्वारे में गया. कम उम्र में मॉडलिंग शुरू करने वाली हरनाज इससे पहले मिस चंडीगढ़ और मिस पंजाब का खिताब जीत चुकी हैं. संधू के पिता के 17 भाई हैं और हरनाज इतने बड़े परिवार में एकमात्र महिला संतान हैं. हरनाज के पिता पीएस संधू ने कहा कि “हम सभी उनके आने पर ‘भंगड़ा’ करेंगे.” हरनाज के शौक गायन, खाना बनाना, थिएटर और घुड़सवारी करना है। 2000 में लारा दत्ता के जीतने के बाद उन्होंने भारत के लिए मिस यूनिवर्स का ताज जीता है.
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