पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबन्द. सीएमएचओ के खिलाफ प्रदर्शन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, बुधवार को यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष अमित मिरी और जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष ममता राठौर के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपा गया. ज्ञापन में 2016 में बैकलॉग के तहत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भर्ती में मनमानी करते हुए सीएमएचओ द्वारा 27 पद पर नियम विरुद्ध भर्ती करने का आरोप लगाया गया है. नियम विरुद्ध संलग्निकरण और स्थानांतरण के आरोप की जांच की मांग माह भर पहले की गई थी. लेकिन इन मामलों में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे आक्रोशित कांग्रेसियों ने अब इस मामले से जुड़ी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है. ज्ञापन में कांग्रेसियों ने पांच दिन के अन्दर रिपोर्ट सार्वजनिक न करने पर कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी भी दी है.

महिला अध्यक्ष ममता राठौर ने आरोप लगाया है कि सीएमएचओ ने इस मामले में ऊपर तक सांठगांठ कर रखी है. जिसके चलते प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई साथ ही ममता का यह भी कहना है कि  जिले के भाजपा विधायक व सांसद दोनों के पास पीड़ितों ने शिकायत की है. ये दोनों जनप्रतिनिधि भी मामले में कार्रवाई चाहते हैं लेकिन उसके बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ममता ने चुटकी लेते हुए कहा कि विभाग के मंत्री इन जनप्रतिनिधियों की चलने नहीं दे रहे हैं. यही वजह है कि गम्भीर आरोप लगने के बाद भी उससे संबंधित अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही होती है. सरकार के जीरो टालरेन्स की हवा स्वास्थ्य विभाग ने निकाल दी है. कांग्रेसियों ने कहा है कि मामले में शासन प्रशासन यदि कोई कर्रवाई नहीं करता है कि तो वे लोग पूरे दस्तावेजों के साथ मामले को न्यायालय तक ले जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे.

आपको बता दें कि जिले के सीएमएचओ कार्यालय में हुई धांधली की जांच की मांग के लिये कांग्रेसियों ने जल सत्याग्रह भी किया था. जिसके बाद प्रशासन ने 15 दिनों के भीतर कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया था. लेकिन उसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.