प्रतीक चौहान. रायपुर. रेलवे के कमर्शियल विभाग की जिम्मेदारी होती है कि वे रेलवे को अधिक से अधिक राजस्व कमाकर दें. लेकिन रायपुर रेल मंडल का कमर्शियल डिपार्टमेंट इसके विपरित रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचाने काम कर रहा है.
इसका सीधा सा मतलब है कि इसका पूरा फायदा ठेकेदार को होगा, लेकिन सवाल ये है कि कमर्शियल विभाग ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से क्यों काम कर रहा है ? सूत्रों से जानकारी मिली है कि रायपुर रेल मंडल का कमर्शियल विभाग रेलवे स्टेशन स्थित टू व्हीलर पार्किंग का कोटेशन एक्सटेंशन करने की तैयारी में है.
यानी इसका सीधा फायदा ठेकेदार को होगा. लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक दुर्ग-भिलाई के एक ठेकेदार को ये ठेका 90 दिनों के लिए दिया गया था, जो 10 जनवरी को पूरा हो रहा है.
लेकिन अब कमर्शियल डिपार्टमेंट इस ठेके को एक्सटेंशन करने की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक इन 90 दिनों में ठेके के संबंध में दस्तावेजों की पूरी तैयारी कर ली जानी चाहिए थी और टेंडर निकालकर दुपहिया वाहन पार्किंग का ठेका प्रक्रिया हो जानी थी. लेकिन इस ठेके संबंध में अभी कोई टेंडर नहीं निकाला गया है, यही कारण है कि संभवतः विभाग ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से कोटेशन एक्सटेंशन करने की तैयारी में है. जिससे रेलवे का नुकसान होगा.
ये हम इतने दावे से इसलिए कह रहे है क्योंकि जब उक्त कोटेशन हुआ था तब ट्रेनों और ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम थी, जिस कारण से दुपहिया वाहन पार्किंग में आने वाले यात्रियों की संख्या भी ज्यादा थी और तब के गणित के हिसाब से ये टेंडर लिया गया.
लेकिन वर्तमान स्थिति तब से काफी अलग है और अभी उक्त दर में ही कोटेश एक्सटेंशन करना यानी रेलवे को सीधा-सीधा नुकसान पहुंचाना है.