नासिर हकीम, महासमुंद। जिले में बोनस बइठका का आयोजन किया गया है. किसानों ने महासमुंद चलो के नाम से पंफलेट भी छपवाया. यहां प्रदेश के सैकड़ों किसान आज जुटे हुए हैं. वहीं किसानों ने प्रदेश के सभी विधायकों, लोकसभा सांसदों को किसान बइठका का न्योता दिया. लेकिन यहां एक भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा है.

जनप्रतिनिधियों के नहीं पहुंचने से किसानों में आक्रोश है. किसानों का कहना है कि वैसे तो हर नेता, विधायक, मंत्री ये कहते रहते हैं कि वे किसान पुत्र हैं, लेकिन आज जब सचमुच किसानों के लिए कुछ करने की बारी आई, तो सभी के सभी नदारद हैं. यहां तक कि किसी भी नेता ने बैठक में शामिल होने को लेकर न तो कोई जवाब दिया और न शामिल ही हुए.

किसानों ने बाकायदा जनप्रतिनिधियों के लिए उनके नाम के साथ कुर्सियां लगवाई थीं, लेकिन सारी की सारी कुर्सियां खाली पड़ी दिखीं. एकमात्र स्थानीय निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा ने एक लेटर भेजकर उल्लेख किया कि वो भोपाल में हैं, इसलिए इस आयोजन में नहीं आ सकते. किसानों का कहना है कि नेताओं की इस उपेक्षा का जवाब वे आने वाले वक्त में देंगे.

बता दें कि आज की बैठक किसानों की समस्याओं जैसे- 2 साल के धान के बोनस, कर्ज माफी, फसल बीमा, फिर से 20 क्विंटल धान खरीदी, सोसायटी में रबी फसल धान के लिए ऋण की सुविधा, कर्ज मुक्ति, 24 घंटे सरप्लस बिजली को लेकर की गई है.