रायपुर। सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मृत्यु या किसी की अपंगता परिवार और समाज के लिए बेहद दुखदायी है. प्रतिवर्ष भारत में लगभग 1.5 लाख लोग रोड ऐक्सिडेंट्स में मारे जाते हैं. रायपुर ज़िले में ही प्रतिवर्ष 450 से अधिक लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटना में होती है. इसके प्रमुख कारण तेज गति से और लापरवाही से वाहन चलाना, हेलमेट न लगाना और सीट बेल्ट नहीं लगाना है. कुछ लोग शराब पीकर गाड़ी चलाकर या बाइक स्टंट कर अपनी और दूसरों की जान भी जोखिम में डालते हैं. इसी लेकर रायपुर ने एक नेक पहल की है, जिसका नाम सुनो रायपुर है.
बहुत से लोग गाड़ी चलाते समय फ़ोन से बात करते देखे जा सकते हैं. सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने से इस मृत्यु दर में कमी आ सकती है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में ट्रैफ़िक सेन्स और इम्प्रूव करने की आवश्यकता है. कुछ वाहन चालक रॉंग साइड गाड़ी चलाते, अचानक से कट मारते, फ़्री लेफ़्ट टर्न को ब्लॉक करते, गाड़ी ग़लत तरीक़े से पार्क करके सामान ख़रीदते देखे जा सकते हैं. ऐसे लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीरता लाने और ट्रैफ़िक नियमों के पालन के लिए जागरूक करने रायपुर पुलिस अपने कुछ वॉलंटियर साथियों के साथ एक अभियान लेकर आ रही है, जिसका नाम है सुनो रायपुर.
इस अभियान के तहत रायपुर की ट्रैफ़िक पुलिस का साथ दे रहे हैं, कुछ बच्चे जो अपने माता-पिता, बड़े भाई-बहनों और परिवार के बड़े सदस्यों को ट्रैफ़िक नियमों का संदेश देंगे. एक हफ़्ते के इस अभियान में ट्रैफ़िक पुलिस की टीम और कुछ वॉलंटियर्स की 5 से 10 टीम्स प्रतिदिन पब्लिक प्लेसेस में, चौक-चौराहे में, ट्रैफ़िक सिग्नल्स में जाकर अलग अलग माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफ़िक नियमों के सम्बंध में अलग अलग तरीक़े से सेन्सिटायज़ करेंगे. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी जिन क्षेत्र में दुर्घटनाओं की संख्या ज़्यादा है, ये अभियान चलाया जाएगा.
मैगनेटो मॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में इस अभियान की शुरुआत की गयी. 26 दिसंबर रविवार शाम 6 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए लोगों से सड़क सुरक्षा से सम्बंधित नियमों का उल्लंघन कर अपनी और दूसरे राहगीरों की जान जोखिम में नहीं डालने और अपने परिवार के लोगों के बारे में सोचने की अपील की. साथ ही ड्राइव करते वक़्त दूसरों को तकलीफ़ ना हो, इसका भी ध्यान रखने को कहा. एसएसपी ने कहा कि चौराहों में ट्रैफ़िक सिग्नल्स लगाने के बाद भी वहां ट्रैफ़िक पुलिस खड़े करने की आवश्यकता नहीं पड़नी चाहिए. एसएसपी ने लोगों से अपील की हम सभी 2022 के लिए ट्रैफ़िक सेफ़्टी को न्यू ईयर रेसोल्यूशन के तौर पे अपनाएं.
रायपुर पुलिस के सुनो रायपुर अभियान में रायपुर ऑटो डीलर्स असोसीएशन, यंग इंडीयंस, सुरक्षित भव: फाउंडेशन, सिख केयर इंडिया, आभास फाउंडेशन, आवाज फाउंडेशन ,स्पर्श एक कोशिश, हेल्पिंग हैंड फाऊंडेशन, आस एक प्रयास, स्पर्श ऑटोमोबाइल, मारुति सुजुकी ड्राइविंग स्कूल, प्रांजल सेवा समिति, कोपल वाणी, मिशन संभव, वक्ता मंच, सौभाग्य फाउंडेशन, शामिल हो रहे हैं. कार्यक्रम में डीएसपी ट्रैफ़िक सतीश ठाकुर, निरीक्षक नीलकंठ वर्मा, निरीक्षक अम्बरीश शर्मा , स्वयंसेवी संगठन के सदस्य उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में दिव्यांग महाविद्यालय माना के बच्चों ने लोगों को सड़क सुरक्षा की महत्ता बतलाते हुए एक सड़क सुरक्षा गीत प्रस्तुत किया. इन बच्चों का एक वीडियो भी जारी किया गया. इस अभियान पर अप्डेट्स के लिए रायपुर पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल्ज़ (फ़ेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम) को फ़ॉलो करें.रायपुर ट्रैफ़िक पुलिस के हेल्पलाइन नम्बर 9479191234 के माध्यम से आप ट्रैफ़िक वाइयलेटर्ज़ के विडीओ, फ़ोटो भेज सकते हैं, ट्रैफ़िक सम्बन्धी समस्या या सुझाव भी भेज सकते हैं। साथ ही इस अभियान से जुड़ने के लिए अपनी डिटेल्स भी भेज सकते हैं.
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