हेमंत शर्मा, इंदौर। बीजेपी के तमाम नेताओं को अचानक से संघ (राष्ट्रीय स्वयं सेवक) कार्यालय पर बुलाने के बाद सूबे की राजनीति भी गरमा गई है। इंदौर में बीजेपी के सभी विधायक सांसद और मंत्री सहित जिले के नगर अध्यक्ष को भी संघ कार्यालय बुलाया गया। डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ गोपनीय बैठक हुई। हालांकि बैठक के बाद संघ कार्यालय से बाहर निकले सभी नेताओं ने एक सुर में इसे कोरोना को लेकर की जाने वाली तैयारियों की जानकारी साझा करने की बैठक बताया। जो किसी के गले नहीं उतरा। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कहीं पर बैठक हो सकती थी। संघ कार्यालय पहुंचने के फरमान जारी करने से राजनीतिक पंडितों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं।

बता दें कि इंदौर में अचानक रामबाग स्थित अर्चना संघ कार्यालय पर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का जमावड़ा लगा। संघ कार्यालय पहुंचने वाले नेताओं में प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट, इंदौर सांसद शंकर लालवानी सहित बीजेपी के सभी विधायक और वरिष्ठ पदाधिकारी सहित बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे शामिल थे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सत्ता और संगठन के बीच समन्वय को लेकर भी चर्चा हुई। डेढ़ घंटे तक संघ कार्यालय पर बीजेपी नेताओं के साथ यह बैठक जारी रही। बैठक समाप्त होने के बाद बीजेपी नेताओं ने इसे कोरोना को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा बैठक बताया।

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हालांकि कोरोना लेकर अभी तक जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट समिति और अन्य नेताओं की बैठक हमेशा रेसीडेंसी कोठी पर ही आयोजित होती आई है। अचानक हुई इस बैठक से राजनीतिक गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है। बैठक के बाद कार्यालय से बाहर निकले बीजेपी के नेताओं ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की शहर में संख्या जिस तरीके से बढ़ी है उसके बाद होने वाली तैयारियों, जागरूकता अभियान सहित और अस्पतालों की स्थिति को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई। बैठक के अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी नेता चुप्पी साधे नजर आए।

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