शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता पर की गई टिप्पणी मामले में नीलकंठ सेवा समिति के मुख्य संस्थापक ने पुलिस को नोटिस का जवाब दिया है. संस्थापक ने धर्म संसद को पार्टी विशेष का कार्यक्रम होने से इनकार किया है.
वहीं उन्होंने महात्मा गांधी पर कालीचरण की टिप्पणी को लेकर खेद जताया है. नीलकंठ के संस्थापक ने कालीचरण पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस ने नीलकंठ त्रिपाठी से बयान लिया है, जिसमें उन्होंने कई जानकारियां दी है.
गौरतलब है कि बीते दिनों राजधानी के रावण भाटा मैदान में धर्म संसद का आयोजन किया गया था. इस आयोजन के दौरान राष्ट्रपिता पर की गई टिप्पणी के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी. आयोजन को पार्टी विशेष का रूप देने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन आयोजन समिति के बयान के बाद अब तस्वीर साफ होती नजर आ रही है.
नीलकंठ सेवा समिति के संस्थापक नीलकंठ त्रिपाठी ने बताया कि धर्म संसद का आयोजन सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए किया गया था. इस दौरान देश भर से साधु-संतों को आमंत्रित किया गया था. हमारा आयोजन किसी पार्टी विशेष का कार्यक्रम नहीं था. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी पर हम खेद प्रकट करते हैं. कालीचरण पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं.
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