सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। नीट काउंसिलिंग की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर ने निंदा की है. आईएमए रायपुर ने गिरफ्तार डाक्टरों को तुरंत रिहा करने के साथ ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.

हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष और आईएमए के सदस्य डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि जूनियर डॉक्टर सभी अस्पतालों की रीढ़ की हड्डी हैं. कोरोना महामारी के समय इन्हीं डाक्टरों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए हज़ारों की जान बचाई थी. काउन्सलिंग को समय पर करना ज़रूरी है, जिससे अस्पतालों में डाक्टरों की कमी ना हो.

उन्होंने कहा कि इन्हीं डॉक्टरों पर कोविड महामारी के समय फूल बरसाए गए थे, और आज उनकी जायज़ मांगों पर डंडे बरसाए जा रहे हैं. इसके साथ भारत सरकार और सुप्रीम कोर्टन से हड़ताल वापसी के समय किए गए वादे को निभाते हुए त्वरित सुनवाई कर नीट पीजी की काउंसलिंग करवाने की अपील की है.