लखनऊ. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण हर रोज उनके सपने में आते हैं और कहते हैं कि सपा की सरकार बनने जा रही है. अखिलेश ने दावा किया कि ऐसा कोई दिन नहीं होता जब जब भगवान उनके सपने में ना आएं. यूपी विधानसभा चुनाव (Uttar pradesh assembly election 2022) नजदीक आते ही सपा ने सत्ता हासिल करने के लिए पूरा दमखम लगा दिया है. सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि ऐसा कोई भी दिन नहीं जाता जब भगवान (Lord Krishna In Dream) उनके सपने में नहीं आते हों.

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण रात में उनके सपने में आए. वह कह रहे थे कि आपकी सरकार बनने वाली है. सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि एक बार नहीं भगवान कृष्ण हर रात उनके सपने में आते हैं. ऐसी कोई रात नहीं जाती जब भगवान उनके सपने में आकर ये न कहते हों कि यूपी में सपा की सरकार (UP Government) बनने जा रही है. अखिलेश यादव ने बीजेपी सांसद की चिट्ठी पर तंज कसते हुए कहा कि इनके तो पत्र में लिखा है, लेकिन उनके सपने में हर दिन भगवान कृष्ण आते हैं.

 योगी मथुरा से लड़ेंगे! दिल्ली पहुंचा लेटर

बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर योगी को मथुरा सीट से चुनाव लड़ाने की सलाह दी है. यादव ने लिखा है कि ब्रज क्षेत्र की जनता की विशेष इच्छा है कि योगीजी भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से चुनाव लड़ें. यादव ने कहा कि योगी जी ने भी कहा है कि पार्टी जहां से कहेगी, वह वहीं से चुनाव लड़ेंगे. हरिनाथ सिंह ने कहा, ‘बीती रात मेरी आंखें दो बार खुलीं और मुझे लगा कि भगवान कृष्ण मुझसे कह रहे हैं कि मैं नेतृत्व को कहूं कि योगी जी मथुरा से चुनाव लड़ें. इसलिए सुबह मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा.’ योगी के चुनाव लड़ने के लिए संभावित सीटों की बात करें तो अयोध्या, गोरखपुर और सबसे ज्यादा मथुरा की चर्चा है.

मथुरा के लिए तैयार हैं योगी!

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर बनाने की मांग पहले से हो रही है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तो इसके लिए प्रयास भी तेज हो गए. मामला कोर्ट में चल रहा है. कुछ दिन पहले अमरोहा रैली में योगी ने इशारों में ‘मथुरा की तैयारी’ का इशारा भी दे दिया. उन्होंने कहा, ‘मोदी जी ने अयोध्या में प्रभु राम का भव्य मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करा दिया है, सब खुश हैं. अभी काशी में भगवान विश्वनाथ का धाम भी भव्य रूप ले चुका है और फिर मथुरा-वृंदावन कैसे छूट जाएगा.’