रायपुर.छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीआईडीसी) द्वारा भारत सरकार की जेम वेबसाइट (गवर्नमेंट ई-मार्केटिंग प्लेस पोर्टल) के नये वर्जन 3.0 के संबंध में राजधानी और संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में कार्यशालाओं का आयोजन किया गया. सीएसआईडीसी के अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने देश की सभी राज्य सरकारों के विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, निकायों और अन्य संबंधित कार्यालयों में उपयोग के लिए सामग्री खरीदी जेम पोर्टल के माध्यम से करना अनिवार्य कर दिया है. इसके लिए भण्डार क्रय नियम में संशोधन भी किया गया है.
राजधानी रायपुर के उद्योग भवन में इस संबंध में कार्यशाला का शुभारंभ सीएसआईडीसी के अध्यक्ष छगनलाल मूंदड़ा ने किया. कार्यशाला में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों और सामग्री विक्रेताओं ने हिस्सा लिया, जिनकी शंकाओं का समाधान भी अधिकारियों द्वारा किया गया. इस दौरान मूंदड़ा ने कहा कि जेम पोर्टल के जरिए सरकारी उपयोग के लिए वस्तुओं की खरीदी में अधिक पारदर्शिता आएगी और मितव्ययिता के साथ खरीदी करना पहले की तुलना में सरल और सहज होगा. इससे उद्यमियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी. इसके फलस्वरूप उत्पादों की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा.
मूंदड़ा ने कहा कि यह नई व्यवस्था राज्य के लघु और नवीन उद्यमियों को तत्काल बाजार उपलब्ध कराने में भी सहायक होगी. इससे उन्हें किसी विज्ञापन अथवा प्रचार-प्रसार के खर्च के बिना राज्य की सरकारी खरीदी में सीधे शामिल होने का अवसर मिलेगा. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद पूरे प्रदेश में लगभग 21000 लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की स्थापना हो चुकी है. इन उद्यमों द्वारा निर्मित कई ऐसी वस्तुएं हैं, जिनकी खरीदी केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के विभागों द्वारा की जा सकती है. इसके लिए उद्यमियों को जेम पोर्टल में अपना पंजीयन करवाना होगा. यह पोर्टल उन्हें अपने उत्पादों के लिए नया बाजार उपलब्ध कराएगा.
कार्यशाला में जेम वेबपोर्टल के उप कार्यपालिक संचालक एस.के. गुप्ता, सीएसआईडीसी के मुख्य महाप्रबंधक आलोक त्रिवेदी, महाप्रबंधक अभ्यंकर खरे और नोडल अधिकारी सुबास चंद्र भगत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे. अधिकारियों ने जेम पोर्टल के बारे में व्यावहारिक और उपयोगी जानकारी दी. कार्यशाला में उरला इण्डस्ट्रीय एसोसिएशन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित लगभग 200 उद्यमी और विक्रेता शामिल हुए. संभागीय मुख्यालय बिलासपुर के उद्योग भवन में भी इस प्रकार की कार्यशाला आयोजित की गई.