यूपी (UP) में चुनाव से पहले इनकम टैक्स (IT) की ताबड़तोड़ छापेमारी का दौर जारी है. मंगलवार को नोएडा और आगरा (Agra) में आईटी ने शू- एक्सपोर्टर और रियल एस्टेट कारोबारी के ठिकानों पर रेड डाली थी. इनमें जिन 4 बड़े कारोबारियों पर छापेमारी हुई. उनकी सपा से करीबी हैं. इनमें एक तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बचपन का दोस्त हैं. जबकि दूसरी सपा के पूर्व एमएलसी की बहू हैं. सिर्फ यही नहीं, नोएडा में जिस रियल स्टेट कारोबारी अजय चौधरी के यहां छापे पड़े हैं. उनकी राष्ट्रीय लोकदल और सपा के नेताओं से नजदीकी हैं. इस विधानसभा चुनाव में सपा और राष्ट्रीय लोकदल ने गठबंधन किया है.
करीब 4 दिन की कार्रवाई के बाद इन कारोबारियों ने 29 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर की है. बताया जाता है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बेहद करीबी मनु अलघ की सपा शासन में तूती बोलती थी. इस बात की चर्चा थी कि सपा के वरिष्ठों की रकम उनके माध्यम से ही निवेश होती थी.
इसके अलावा हरसिमरन सिंह अलघ (मनु अलघ) के नोवा शूज, मानसी चंद्रा के टारा इनोवेशंस, विजय आहूजा एवं राजेश सहगल के ओम एक्सपोर्ट से जुड़े प्रतिष्ठान, कार्यालय, फैक्ट्री, निवास एवं अन्य परिसरों को खंगालने के बाद निष्कर्ष निकाला कि कारोबार में मुनाफा काफी कम दिखाया. नियमों के अनुसार टैक्स नहीं दिया.
29 करोड़ रुपए की यह वह अतिरिक्त आय है जिसे इन कारोबारियों ने विभाग के समक्ष स्वीकार किया है. अब टैक्स निर्धारण में इस आय को पूर्व में दिखाई गई आय के साथ शामिल किया जाएगा. वहीं टैक्स सरकारी खाते में जमा किया जाएगा.
रियल एस्टेट में भारी निवेश
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आयकर विभाग के पास स्पेशल फाइनेंशियल ट्रांजेक्शंस (एसएफटी)के साथ ही एआईआर, सीआईबी आदि के तहत जानकारी आई. इसमें इन चारों कारोबारियों ने आपस में मिल कर प्राइम लोकेशन की कई बड़ी प्रोपर्टी खरीदी हैं. आगरा-दिल्ली रोड की एक बड़ी प्रोपर्टी के साथ ही कुछ अन्य प्रोपर्टी के सौदों की भारी भरकम रही.
हर प्रोजेक्ट में साझेदारी
इन कारोबारियों की हरेक प्रोजेक्ट में साझेदारी है. कुछ प्रोजेक्ट में एक या अधिक कारोबारी हिस्सेदार हैं. वहीं कुछ प्रोजेक्ट में एक से दो का हिस्सा है. इनकी आपसी हिस्सेदारी में जूते की इकाइयां चल रही हैं. इनका भी अच्छा खासा टर्नओवर है. इन इकाइयों का दुनिया के कई हिस्सों में फुटवियर निर्यात होता है. अन्य कारोबार में भी इनका दखल है.