मनोज उपाध्याय/रणधीर परमार, छतरपुर/मुरैना। मध्यप्रदेश में गाय कीड़े मकोड़े की मर रही है. उनके शव बिखरे हुए हैं. कहने को तो गौशाला बनाई गई है, लेकिन गौशाला ही उनकी मौत की वजह बन रही है. मुरैना जिले के देवरी गौशाला में 15 दिन में 200 से अधिक मवेशियों की मौत हो गई है. वहीं छतरपुर जिले में भी खुले में मवेशी फेंके गए हैं, जिन्हें कुत्ते नोच रहे हैं. सरकारें गाय के नाम पर राजनीति करती हैं, लेकिन इनके भोजन और रहने की अच्छे से व्यवस्था नहीं कर पा रही है.

मुरैना जिले के देवरी गौशाला में अव्यवस्थाओं और मवेशियों की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को गौशाला और मवेशियों की बदहाली देखकर कांग्रेस नेताओं ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर दिया. गोशाला प्रबंधन पर एफआइआर दर्ज कराने की मांग की. देवरी गौशाला में 15 दिन में 200 से अधिक मवेशियों की मौत हुई है.

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कांग्रेस नेताओं का कहना है कि गौशाला में मवेशियों के लिए गेहूं के भूंसे की बजाय सरसों की तूरी भरी गई है. जिसे कोई मवेशी नहीं खातीं हैं. इतना नहीं कईयों घायल मवेशियों को कीड़े पड़ रहे हैं. घायल और बीमार मवेशियों की देखरेख के लिए गौशाला में नगर निगम का कोई कर्मचारी नहीं था. कई मवेशी ठंड के कारण बीमार हैं. गौशाला का निरीक्षण करने के बाद सिविल लाइन थाने आए कांग्रेस नेताओं ने थाने का घेराव कर नारेबाजी की.

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उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने यह गौशाला बनाई. मवेशियों के चारे के लिए तीन रुपये प्रतिदिन के बजट को बढ़ाकर 20 रुपये प्रतिदिन किया. इसके बाद भी नगर निगम प्रशासन गौशाला का सही से संचालन नहीं कर पा रहा है. कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में बीते 15 दिन में 200 से ज्यादा मवेशी की मौत के आरोप लगाते हुए गौशाला और ननि के जिम्मेदार अफसरों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआइआर की मांग की है.

बेतहाशा ठंड से काल के गाल में समा रहा गौवंश, सीएमओ ने मृत गौवंश को गड्ढा खुदवाकर दफन कराया

छतरपुर जिले में गौशाला होने के बावजूद आवारा घूम रहे गौवंश की व्यवस्था नहीं हो रही है. परिणाम स्वरुप बेतहाशा ठंड में आवारा गौवंश काल के गाल में समा रहा है. छत्रसाल नगर के पास मृत गौवंश को मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने गड्ढा खुदवाकर दफन करवाया. जानकारी के मुताबिक छत्रसाल अगर नगर पालिका के कचरा संस्करण केंद्र के पास ठंड से आवारा गौवंश की मध्य हो गई है कई गौवंश मत अवस्था में पढ़ा है, जब इसकी जानकारी ष्द्वश ओमपाल सिंह भदौरिया को दी गई तो उन्होंने तुरंत जेसीबी भिजवा कर गड्ढा खुदवाया और मृत गोवंश को गड्ढे में दफन करवाया. ताकि जानवर मृत गौवंश को क्षति न पहुंचा सके. खुले में गौवंश का शरीर पड़ा होने से कुत्ते मांस नोच रहे थे.

सीएमओ ने ठेका किया निरस्त, जिम्मेदारों की रोकी वेतन

सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने उक्त मामला संज्ञान में आते ही कार्य में लापरवाही बरतने पर मृत पशुओं को उठाने और डिस्पोज कराने का ठेका निरस्त कर दिया है. इसके साथ ही ठेकेदार को भी ब्लैक लिस्ट भी कर दिया है. कार्य में लापरवाही बरतने के लिए स्वच्छता प्रभारी संजेश नायक और कचरा प्रसंस्करण प्रभारी रविन्द्रपाल तिवारी का वेतन रोकने के निर्देश भी सीएमओ द्वारा दिए गए हैं.

मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

इस मामले में मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मृत जानवरों के शव के संदर्भ में लापरवाही पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह का सख्त एक्शन लिया है. मामले की जांच कर 24 घण्टे में रिपोर्ट मांगी है. कलेक्टर और नपा सीएमओ को निर्देश दिए हैं. संबधित दोषी अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने और घटना की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.

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