शब्बीर अहमद, भोपाल। बीजेपी के बाद कांग्रेस भी संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. फरवरी में कांग्रेस ‘घर चलो-घर घर चलो’ अभियान चलाएगी और सरकार की नाकामी बताएगी. पीसीसी चीफ कमलनाथ के साथ जिलाध्यक्षों और प्रभारियों की हुई मीटिंग में यह निर्णय लिया गया. साथ ही, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आगामी कई कार्यक्रमों की भी रणनीति तैयार की.
सरकार की नाकामी गिनाएगी कांग्रेस
मध्यप्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अभी से कमर कस ली है. कांग्रेस फरवरी महीने में ‘घर चलो-घर घर चलो’ अभियान चलाएगी. पूरे प्रदेश भर में 1 फरवरी से 28 फरवरी तक यह अभियान चलाया जाएगा. इस कैंपेन के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर बीजेपी सरकार की नाकामी बताएंगे और उन्हें कांग्रेस से जोड़कर पार्टी की विचारधारा से अवगत कराएंगे.
BREAKING: प्रदेश कांग्रेस सचिव दिनेश जैन बॉस गिरफ्तार, 31 करोड़ की राजस्व वसूली का मामला
पदाधिकारियों को कमलनाथ का कड़ा संदेश
कांग्रेस कार्यकर्ता इस अभियान के तहत लोगों के घरों के बाहर स्लोगन लिखे स्टीकर भी चिपकाएंगे. इस कैंपेन में कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे. दरअसल, पूर्व सीएम कमलनाथ के निवास पर आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया है. इस दौरान कमलनाथ ने पार्टी के नेताओं को सीधा और कड़ा संदेश भी दिया.
बैठक में नेताओं को नसीहत देते हुए कमलनाथ ने कहा कि एक दूसरे की शिकायत करने से बचिए. आपसी कंपटीशन को खत्म कीजिए. अगर संगठन मजबूत नहीं किया तो यूपी की राह पर चले जाएंगे. अगले 18 महीने अग्नि परीक्षा है, कड़वा घूंट पीना पड़े पी लें. जो नेता वार्ड नहीं जीता सकता वो संगठन को क्या मजबूत करेगा. बैठक में पूर्व मंत्री और कांग्रेस के विधायक बैठक शामिल हुए.