लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना के तहत 2005 से पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा हमारे परिवार में लड़ाई कराती है.

अखिलेश यादव ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश के 12 लाख कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने का ऐलान किया है. लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार बनने पर कर्मचारियों के लिए 2005 से पहले वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करेंगे. इसके लिए कॉर्पस फंड बनाएंगे. कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की व्यवस्था भी शुरू करेंगे. तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को उनके गृह जनपदों में पदस्थ किया जाएगा.

अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल करने पर अखिलेश ने कहा, हम किसी के घर में लड़ाई नहीं कराते. सपा में अपराधियों के सवाल पर अखिलेश ने ये भी कहा कि उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री पर जितने मुकदमे दर्ज हैं, उतने तो आईपीसी में सेक्शन नहीं हैं. वो क्या हमसे दौड़ में जीतेंगे?’ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को वादा किया कि सपा सरकार बनी तो यश भारती सम्मान शुरू करने के साथ ही पुरानी पेंशन फिर से बहाल की जाएगी. उन्होंने कहा कि यशभारती की तर्ज पर नगर स्तर पर नगर भारती सम्मान दिया जाएगा. यह सम्मान समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिया जाएगा.

उन्होंने वादा किया कि सपा सरकार बनने पर युवाओं को फिर से लैपटॉप दिए जाएंगे. सपा सरकार के लैपटाप अभी भी चल रहे है, जबकि भाजपा के टैबलेट खराब हो गए हैं. नौकरी और रोजगार पर सपा सरकार का फोकस रहेगा. जिन बच्चों को लैपटॉप मिला था वे अपना रोजगार कर रहे हैं. चुनाव लड़ने पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये सपा तय करेगी कि चुनाव कहां से लड़ना है. सपा आगे है और हमारी सरकार बनने वाली है. अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर कैसे आए इस पर काम करने की जरूरत है. जब अर्थव्यवस्था अच्छी होगी तो प्रदेश में खुशहाली आएगी.

उन्होंने कहा, हमने लखनऊ मेट्रो का जिक्र नहीं किया था मैनिफेस्टो में, लेकिन वो भी हमने किया. ये सरकार विकास विरोधी है. बनारस में वरुणा नदी पर रिवर फ्रंट बनना था. कोशिश थी कि शहर के अंदर वरुणा साफ रहे. ऐसे ही गोमती के लिए हमने रिवर फ्रंट बनाया. हमारे बाबा को इससे भी नफरत है कि कोई आइसक्रीम क्यों खा रहा है? भाजपा वालों को खुशी से नफरत है. बता दें कि एक दिन पहले अखिलेश ने जरूरतमंद परिवारों के लिए 18 हजार रुपए सालाना की समाजवादी पेंशन देने की घोषणा की थी. उससे पहले 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की भी घोषणा कर चुके हैं.