भोपाल/धार। मध्यप्रदेश में कुत्तों के आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. भोपाल के बाद धार में कुत्तों ने नोंचने से 3 साल की मासूम नंदिनी की मौत हो गई है. बच्ची की जान बचाने के लिए मां और परिजन 7 किमी दूर बाइक से लेकर अस्पताल पहुंची थी, लेकिन डॉक्टर भी उसकी जान नहीं बचा सके. इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद शहरी क्षेत्रों में अभियान चल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी आवारा कुत्तों पर लगाम कसने और धरपकड़ के लिए अभियान जलाया जाएगा. धार की घटना हृदयविदारक घटना है. बच्ची के परिजनों को 10 हज़ार रुपये सहायता राशि दी गई है. कलेक्टर को और अधिक सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं.
खेल रही बच्ची कुत्तों ने नोंचा
दरअसल धार जिले के ग्राम पाडल्या में 3 साल की मासूम नंदिनी को घर से कुछ ही दूर खेल रही थी. तभी कुत्तों के झुंड ने उसे नोंच लिया. बच्ची को तड़पता देख उसकी मां रिश्तेदार के साथ गांव से धार जिला अस्पताल बाइक पर लेकर पहुंची. इसके बाद डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत होने पर बच्ची को आईसीयू में शिफ्ट किया. जहां पर बच्ची को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया हैं.
ढाई मिनट किया संघर्ष
पडलिया गांव में राजेंद्र अपने परिवार के साथ खेत पर बने घर में रहता है. गुरुवार शाम करीब 5 बजे 3 साल की नंदिनी, 7 साल के समीर और 2.5 साल की समिका के साथ खेत के पास कच्ची सड़क पर खेल रही थी. कुछ देर बाद कुत्तों का झुंड आया और नंदिनी पर हमला कर दिया. लेकिन ढाई मिनट तक लड़ते-लड़ते कुत्ते बच्ची को कुरेदते रहे. इसके बाद खेत पर काम कर रही महिला और मजदूर बच्ची को बचाने दौड़ पड़े. कुत्तों को भगाने के बाद मां अपने मासूम बच्ची को खून से लथपथ देख गोद में उठा लिया. इसके बाद विनोद की सूचना पर बच्ची के पिता राजेंद्र घर पहुंचे.
7 किमीटर का बाइक से सफर
मौके पर मौजूद विनोद ने बताया कि बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उसने खेत से देखा कि 4 कुत्ते लड़की पर हमला कर रहे हैं और तुरंत लड़की को बचाने दौड़े. इसी दौरान बच्ची की मां आ गई और घायल अवस्था में बच्ची को बाइक से धार लेकर आए. यहां प्राथमिक उपचार देकर बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन बच्ची की मौत हो गई. परिजन करीब 6 बजे अस्पताल पहुंचे थे.
परिजनों को 10 हजार की राहत राशि
कुत्तों के काटे जाने से बच्ची की मौत की सूचना पर कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने परिजनों को राहत के तौर पर 10 हज़ार रुपए की राशि स्वीकृत की है. उन्होंने तहसीलदार प्रताप कुमार अगस्या को परिजनों से मुलाकात और राहत के लिए ग्राम पाडल्या रवाना किया है. केलेक्टर ने ज़िले के सभी मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दोबारा ऐसी घटना ना हो. इसके लिए निकाय के प्रावधानित नियमों के तहत कार्रवाई करें.
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